अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार प्रेक्षाध्यान और डिप्रेशन कार्यशाला का आयोजन हनुमंतनगर सभा भवन में 18.4.25 को किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रेक्षा प्रशिक्षिका रेखा जी पितलिया एवं राजुल जी चोपड़ा की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष सरोज जी दुगड़ के नवकार मंत्र के द्वारा हुई एवं मंडल की बहनों के द्वारा प्रेक्षाध्यान गीत का संगान किया गया। अध्यक्ष सरोज जी दुगड़ ने सभी का स्वागत किया एवं मंत्री मीनाक्षी जी देरासरिया ने रेखा जी एवं राजुल जी का परिचय दिया। रेखा जी ने बतलाया कि आज के समय में सबसे बड़ी समस्या है-सहिष्णुता की कमी। जिसकी वजह से लोग डिप्रेशन के शिकार होते हैं। प्रेक्षाध्यान के द्वारा शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक सुधार लाया जा सकता है एकाग्रता, स्मृति और निर्णय लेने की क्षमता में भी सुधार हो सकता है। राजुल जी ने शशांक आसन, ताड़ासन, मत्स्यासन के प्रयोग करवाए। रेखा जी ने सभी बहनों को कायोत्सर्ग का प्रयोग करवाया। साइकैट्रिस्ट डॉ. अनिता गौतम के ऑडियो के माध्यम से बतलाया गया कि डिप्रेशन अच्छा और बुरा दोनों ही प्रकार का होता है, प्रेक्षाध्यान के प्रयोग से इससे किस प्रकार बचा जा सकता है इसकी जानकारी उपलब्ध कराई गई। कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष मीनाक्षी बोथरा ने किया। मंत्री मीनाक्षी देरासरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। अध्यक्ष सरोज जी एवं पदाधिकारी बहनों ने रेखा जी एवं राजुल जी का सम्मान किया।
