तेरापंथ युवक परिषद, राजाजीनगर द्वारा राजलदेसर निवासी, बैंगलोर बसवेश्वरानगर प्रवासी श्रीमती सरिताजी कमलजी हिरावत के सुपौत्र एवं अनुजजी सुरुचिजी के सुपुत्र का नामकरण जैन संस्कार विधि से आरपीसीले आउट स्थित अर्हम भवन में संपादित किया गया।
जैन संस्कार विधि का शुभारंभ पंच परमेष्ठी नमस्कार महामंत्र का सामूहिक रूप से उच्चारण करते हुए संस्कारक विकासजी बांठिया एवं रनीतजी कोठारी ने जैन संस्कार विधि का महत्व बताते हुए विभिन्न मंगल मंत्रोचार के उच्चारण से विधि को संपन्न करवाते हुए संस्कारक ने नवजात शिशु का नाम ‘यथार्थ’ रखने की घोषणा की। तेयुप मंत्री श्री जयंतिलालजी गांधी ने मंगलकामनाएं संप्रेषित करते हुए जैन संस्कार विधि को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। श्रीमती सरिताजी हिरावत ने अपने विचार व्यक्त करते हुए परिषद परिवार का धन्यवाद किया एवं पंकजजी दुधोड़िया ने परिषद का आभार व्यक्त करते हुए अपने विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर तेयुप से सहमंत्री चेतनजी मांडोत एवं जैन संस्कार विधि के संयोजक सुनीलजी सिंघवी की उपस्थिति रही।
