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38 की तपस्या का भव्य आयोजन : टोहाना

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साध्वीश्री समन्वयप्रभा जी ठाणा तीन के पावन सान्निध्य में तथा तेरापंथ सभा के तत्वावधान में अग्रवाल भवन में वरिष्ठ व विशिष्ट श्रावक श्री जोगीराम जैन की 38 की तपस्या का तप अभिनंदन समारोह मनाया गया। इस अवसर पर युवा प्रेरिका साध्वी डॉक्टर शिव प्रज्ञा जी महाराज साहब ठाणा 3 भी विशेष रूप से उपस्थित रही। इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए साध्वी श्री समन्वय प्रभा जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति तप व संयम प्रधान संस्कृति है। सभी धर्माे ने तपस्या के महत्व को स्वीकार किया है तथा जैन शासन ने तपस्या के महत्व को विशेष महत्व दिया है तथा भगवान महावीर ने तपस्या को मोक्ष का एक मार्ग बताया है। तपस्या आत्मा, मन व काया की शुद्धिकरण का एक विशिष्ट साधन है। तपस्या के तीन प्रकार है मानसिक तप, वाचिक तप और कायिक तप। कायिक तप के लिए विशेष मनोबल, संकल्पबद्धता, प्रेरणा एवं उत्साह का होना अनिवार्य है। मनोबल के बिना लंबी तपस्या संभव नहीं। मनुस्मृति में कहा गया है की जो दुष्कर व दुर्लभ है वह तपस्या से प्राप्त किया जा सकता है। तपस्या से कर्मों का क्षय होता है और आत्मा मोक्ष गामी बनती है। साध्वी चारुलता जी ने तपस्या के महत्व पर सुमधुर गीतिका का संगान किया। साध्वी डॉक्टर शिव प्रज्ञा जी ने कहा कि तपस्या करना कठिनतम कार्य है परंतु तपस्या से आत्मा निर्मल बनती है तथा कर्मों का क्षय होता है। उन्होंने कहा कि टोहाना का सौभाग्य है कि भाई जोगीराम ने 38 दिन की तपस्या कर टोहाना का एवं जैन धर्म का नाम रोशन किया है।
कार्यक्रम का मंगलाचरण महिला मंडल ने किया। इस अवसर पर डॉ शिव सचदेवा, कृष्ण कुमार बंसल, नगर परिषद अध्यक्ष नरेश बंसल, रजनी जैन महिला मंडल अध्यक्ष, तेयुप अध्यक्ष संजय जैन, सुमन जैन, रोहित जैन तथा युवा गौरव संजय जैन एसएस जैन सभा अध्यक्ष महेश जैन, जोगीराम के परिवार से रेनू ललिता मीनू श्रुति कृतिका मिष्टी तथा महिला मंडल द्वारा एक कव्वाली के माध्यम से तप के महत्व पर प्रकाश डाला गया और तप की अनुमोदना की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मक्खन लाल जी गोयल अध्यक्ष हरियाणा प्रदेश सभा ने कहा कि तपस्या के लिए उत्साह व मनोबल बहुत जरूरी है। इसके साथ ही परिवार का सहयोग भी अनिवार्य है। तपस्या केवल वीर व्यक्ति ही कर सकता है। महासभा आंचलिक प्रभारी डॉक्टर विजय बंसल ने भी तप के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर राकेश जैन प्रवेश जैन तथा सुशील जैन गीतिका के माध्यम से तप अनुमोदन की।
इस कार्यक्रम में श्री मक्खनलाल जी गोयल ने मुख्य अतिथि के रूप में तथा श्री अजय जैन अध्यक्ष दुर्गा महाविद्यालय ने कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में तथा टेक चंद मोदी, नरेश जैन अध्यक्ष फकीर सहज चेरीटेवल ट्रस्ट, नरेश बंसल अध्यक्ष नगर परिषद, युवा गौरव संजय जैन फतेहाबाद तथा सुरेंद्र जैन डीलक्स इंडस्ट्रीज विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभागी बने। इस अवसर पर विनोद बंसल ,सुंदरलाल जैन, लाजपत जैन रमेश जैन, नीरज जैन, नरेश जैन व गीता जैन को भी तप के लिए सम्मानित किया गया। श्री जोगी राम जैन के लिए गुरुदेव के संदेश का वाचन साध्वी श्री संयम प्रभा जी ने किया तथा अभिनंदन-पत्र का वाचन सभा के मंत्री सुभाष जैन ने किया।
इस अवसर पर जोगी राम जैन को तेरापंथ सभा की ओर से, महिला मंडल की ओर से, तेयुप की ओर से, अणुव्रत मंच टोहाना की ओर से, टीपीएफ की ओर से तथा प्रांतीय सभा की ओर से तथा विभिन्न सभाओं की ओर से तथा व्यक्तिगत रूप से विशेष रूप से स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। सभा अध्यक्ष विजय कुमार जैन ने अतिथिगण का स्वागत किया तथा कोषाध्यक्ष योगेश जैन ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम बहुत ही भव्य एवं शानदार था। कार्यक्रम का कुशल संयोजन सुशील जैन उकलाना ने किया।

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