घाटकोपर का तेरापंथ समाज एक अभूतपूर्व और आध्यात्मिक आयोजन का साक्षी बना। मुनिश्री आलोक कुमार जी ठाणा-2, मुनिश्री विनीत कुमार जी और मुनिश्री आकाश कुमार जी ठाणा-4 के आध्यात्मिक मिलन समारोह ने समाज को एकजुटता और प्रेरणा का संदेश दिया। इस समारोह में मुनिश्री आलोक कुमार जी और अन्य मुनियों ने प्रवचन देते हुए संयम, आत्म-अवलोकन और अहिंसा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ‘सच्चा आध्यात्मिक विकास तभी संभव है जब हम अपने अंदर झांककर अपनी कमियों को पहचानें और उन्हें दूर करने का प्रयास करें।’
कार्यक्रम में विमल सोनी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए इसे जीवन को एक दुर्लभ और प्रेरणादायक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि गुरुओं का मार्गदर्शन हमें जीवन के सही मूल्यों को समझने और आत्म-विकास की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथी सभा, घाटकोपर के अध्यक्ष श्री शांतिलाल कोठारी ने सभी मुनियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि आपकी उपस्थिति हमारे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है। आपके आशीर्वाद और मार्गदर्शन से हमारा समाज नई ऊंचाइयों को छूने का प्रयास करेगा।
समारोह के दौरान, तेरापंथी सभा मुंबई के पूर्व अध्यक्ष ख्यालीलाल तातेड और तेरापंथ युवक परिषद के मंत्री राकेश सुराणा ने तेरापंथ समाज घाटकोपर की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। इस आध्यात्मिक मिलन ने हमें न केवल मार्गदर्शन दिया, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की नई ऊर्जा भी प्रदान की है।
इस अवसर पर तेरापंथ समाज मुंबई के अनेक गणमान्य लोग मोजूद थे। तेरापंथ युवक परिषद और तेरापंथ महिला मंडल ने आयोजन की व्यवस्थाओं में विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने मुनियों का आशीर्वाद प्राप्त किया और इस मिलन को अपने जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। गुरुओं के प्रेरणादायक प्रवचनों ने समाज को नैतिकता, आत्म-अवलोकन और सेवा के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया। समारोह के अंत में सभी ने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता प्रकट की और भविष्य में ऐसे आयोजनों के माध्यम से आध्यात्मिकता के प्रसार का संकल्प लिया।
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