तेरापंथ धर्मसंघ का 161वां मर्यादा महोत्सव संस्कारी नगरी वडोदरा में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। यह महोत्सव मुनिश्री कोमल कुमार जी ठाणा-2 एवं साध्वीश्री पुण्यप्रभा जी ठाणा-3 की उपस्थिति में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत मुनिश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र के द्वारा की गयी।
तत्पश्चात महिला मंडल द्वारा गीतिका की प्रतुति दी गयी। कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा नवकार मंत्र पर बेहद शालीन नृत्य प्रस्तुत किया गया। कन्या मण्डल द्वारा गीतिका प्रस्तुत की गयी। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा मर्यादा महोत्सव आधारित नृत्य प्रस्तुत किया गया। दाहोद वडोदरा से ज्ञानशाला प्रशिक्षिका डॉ. प्रगति सुराणा ने मर्यादा महोत्सव पर अपनी भावाभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा नाटिका की प्रस्तुति दी गयी।
साध्वीश्री जी ने मर्यादा की महत्ता बताते हुए इसे अपने जीवन में कैसे उतारें, उसकी शिक्षा श्रावक समाज को दी। साथ ही मर्यादा में रहते हुए कैसे अपनी मंजिल तक पहुंचे इसका भी मूल मंत्र दिया। मुनिश्री ने मर्यादा महोत्सव के इतिहास के बारे में वर्णन करते हुए इससे समाज पर हो रहे सकारात्मक प्रभाव को बताया। साथ ही मर्यादा महोत्सव से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का उदाहरण देकर इसकी गुणकारी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन भंवरलाल जी बडोला ने किया। मुनिश्री के मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम सानंद सम्पन्न हुआ।
