भिक्षु साधना केन्द्र में 161वां मर्यादा महोत्सव तपोमूर्ति मुनिश्री पृथ्वीराज जी स्वामी व मुनिश्री डॉ. विनोद कुमार जी के सान्निध्य में मनाया गया। कार्यक्रम में मंगलाचरण महिला मंडल द्वारा किया गया। मुनिश्री पृथ्वीराज जी स्वामी ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में मर्यादा और अनुशासन का विशेष महत्व है। तेरापंथ धर्मसघं की मर्यादा आचार्य भिक्षु से शुरू होकर वर्तमान आचार्यश्री महाश्रमण के अनुसार चली आ रही है। गुरु की आज्ञा परम धर्म है। सेवाकेन्द्र व्यवस्थापक मुनिश्री डॉ. विनोद कुमार ने भी मर्यादा महोत्सव पर मंगल उद्बोधन देते हुए मर्यादा महोत्सव का महत्व बताया।
इस अवसर पर राजू नाहटा, महिला मंडल मंत्री हेमा दुधोडिया, अणुव्रत समिति अध्यक्ष विनोद नाहटा ने अपने विचार व्यक्त किये साथ ही विनोद नाहटा ने सभा अध्यक्ष हेमन्त भंसाली के निर्देशनुसार आगामी सत्र 2025-26 के लिए भोजनशाला का प्रायोजक स्व. संपत राम चोरडिया परिवार, छापर निवासी (सूरत प्रवासी) द्वारा स्वीकृति मिली है। सभा द्वारा परिवार के प्रति अनुदान हेतु बहुत बहुत साधुवाद।
संचालन उपाध्यक्ष सरोज भंसाली ने किया। इस अवसर पर डिंपल नाहटा, सज्जन, जतनलाल बोथरा, प्रेम, शोभा, विजयलक्ष्मी, सुमन नाहटा, सपना, मनोज नाहटा, सुविधा जैन सहित अनेक व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। श्रावक-श्राविकाओं की भी अच्छी उपस्थिति रही।
