अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल और प्रेक्षा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान मे पर्वत पाटिया महिला मंडल द्वारा (The best remedy to relieve stress) कार्यशाला का आयोजन साध्वीश्री जिनप्रभा जी ठाणा-5 के सान्निध्य में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी के मुखारविंद से नमस्कार महामंत्र से किया गया। आत्मसाक्षात्कार प्रेक्षाध्यान गीत से मंगलाचरण मंडल की बहिनों ने किया। मंडल अध्यक्ष डॉ. रंजना जी कोठारी ने प्रेक्षा प्रशिक्षक व सभी आगंतुक का स्वागत करते हुए आज के इस अशांति पूर्ण वातावरण में शांति पाने के लिए हमें ध्यान को अपनाना ही होगा।
साध्वीश्री जितेंद्र प्रभा जी ने महाभारत की एक छोटी सी घटना के माध्यम से बताया कि हमें जीवन में सबक कैसे मिलता है-क्रोध हमारे गुणों को घात कर देता है। ध्यान के द्वारा हम उस पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। प्रेक्षा प्रशिक्षक रंजना जी पुगलिया ने बताया कि हम अपने आपको स्वस्थ रखने के लिए जिम स्विमिंग आदि के क्लासेज ज्वाइंन करते हैं, जबकि हमारे गुरुओं ने तो हमें अमूल्य धरोहर दी है-प्रेक्षाध्यान। कायोत्सर्ग के नियमित अभ्यास से हमारे अंदर शक्ति का जागरण होगा और शांति का स्त्रोत प्रवाहित होता है। महाप्राण ध्वनि के साथ अपनी बात को रखते हुए प्रेक्षा प्रशिक्षक के कमल जी पुगलिया ने बताया कि सबसे पहले हमें अपने श्वास पर ध्यान देना होगा, क्योंकि बहुत लोग गलत सांस लेते हैं, जिससे हमें कई बीमारियों का सामना करना पड़ता हैं इसी के साथ उन्होंने पांचों क्रिया-भाव क्रिया, मैत्री क्रिया आदि के बारे में बताया।
सभी को कायोत्सर्ग करवाया गया। तपस्वी श्रीमान ज्ञानचंद जी कोठारी ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त की। प्रेक्षा मेडिटेशन एप तथा ऑनलाइन वर्कशॉप के बारे में बताया गया। साहित्य और मोमेंटो के साथ दोनों प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया। सुमित्रा जी श्यामसुखा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल व सुंदर संचालन सुनीता पारख ने किया। उड़ान-‘एक कदम स्वावलंबन की ओर’ के दूसरे चरण में चार दिवसीय मेहंदी क्लासेज का प्रारंभ मेहंदी टीचर हेमा जी बोथरा के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में 30 सदस्यों की अच्छी उपस्थिति रही।
