ज्ञानशाला में केंद्र द्वारा निर्देशित शिशु संस्कार बोध परीक्षा का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। तेरापंथ सभा निवर्तमान अध्यक्ष देवेंद्र कुमारजी मेहता, उपाध्यक्ष ज्ञानेश्वर जी मेहता और परीक्षा व्यवस्थापक मनीषा जी छाजेड़ की उपस्थिति में पेपर खोले गए। नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ परीक्षा शुरू हुई। 16 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। मुख्य प्रशिक्षिका सज्जन जी मेहता की उपस्थिति में सह-संयोजिका कोमल जी भंडारी, संगीता जी पामेचा व संगीता जी चंडालिया द्वारा परीक्षा ली गई।
द्वितीय चरण में ज्ञानशाला में मकर संक्रान्ति मनाई। ज्ञानार्थियों को पतंग व मांजा की कहानी सुनाई जिस तरह पतंग मांज के बिना उड़ नहीं सकती उसी तरह बच्चे अपने अध्यापक व अभिभावकों के अनुशासन बिना आगे नहीं बढ़ सकते हैं। प्रशिक्षिकाओं द्वारा मंगलभवना लिखित पतंग बच्चों को दी गई व संकल्प कराया की वे नववर्ष में प्रतिदिन मंगल भावना एक बार अपने लिए अवश्य करें।
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