अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल और प्रेक्षा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में डोंबिवली महिला मंडल द्वारा ’कायोत्सर्ग’ (The best remedy to relieve stress) कार्यशाला का आयोजन 7.01.2025 को किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई। तत्पश्चात मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण का संगान किया गया। अध्यक्ष श्रीमती सीमाजी कोठारी ने सभी का स्वागत व अभिनंदन किया। प्रेक्षा ट्रेनर श्रीमती अंजूजी बाफना का इंट्रोडक्शन श्रीमती मीनाजी धाकड़ ने दिया।
श्रीमती अंजूजी बाफना ने बहुत ही सरल तरीके से शारीरिक मानसिक एवं भावनात्मक तनावों के बारे में समझाया। कायोत्सर्ग के वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक महत्व को बताते हुए बताया कि अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से बॉडी कभी भी पैरालिसिस का शिकार नहीं होती। भावों की अस्थिरता एवं तनाव से शरीर में बीमारिया आती है। भावों में स्थिरता होनी चाहिए। दीर्घ श्वास से हमारा आभामंडल बहुत स्ट्रॉन्ग हो जाता है और नेगेटिव एनर्जी हम तक नहीं आती है।
”MAKE YOUR AURA STRONG AND HEAL YOURSELF”
नेगेटिव भावों को अपने दिमाग से root-out करें।
कायोत्सर्ग के नियमित प्रयोग से नींद की क्वालिटी अच्छी होती है। शरीर का हर एक अंग प्राण शक्ति से चार्ज होता है। सुबह उठते ही मंत्रोच्चार करें। रात को सोते समय मेडिटेशन, मंत्रोच्चार करें। 11 बार महाप्राण ध्वनि करने से माइंड फ्री हो जाता है। बॉक्स ब्रीथिंग करें। कायोत्सर्ग का 40 मिनट का प्रयोग करवाया गया। मंडल की बहनों द्वारा उनका सम्मान किया गया है। कुशल संचालन श्रीमती मीनाजी धाकड़ ने किया। अभातेमम कार्यसमिति सदस्य श्रीमती जुलीजी मेहता, मंत्री अनीता धाकड़ के साथ 50 बहनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
