मुनि श्री मोहजीत कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में नव वर्ष आध्यात्मिक अनुष्ठान एवं वृहद मंगलपाठ का आयोजन स्थानीय श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा भवन मंडिया में किया गया। मुनिश्री द्वारा सिद्ध स्तवन उच्चारण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, तत्पश्चात मुनिवृंद द्वारा मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान प्रारंभ हुआ लगभग एक घंटे तक अनुष्ठान हुआ।
मुनि श्री मोहजीत कुमार जी ने कहा कि जैसे सन बदलता है वैसे ही कैलेंडर भी बदलता है, और पुराने कैलेण्डर को हम रद्दी में डालते हैं वैसे ही हमारे संकल्प जो हमने तोड़े हैं, उन्हें हम रद्दी में डालें और नए संकल्पों का सुरजन करें। मुनिश्री ने आगे कहा कि 2025 मतलब रजत वर्ष का शुभारंभ हो रहा है इस रजत वर्ष के अवसर पर हम सभी रजत के समान चमकीले बने, श्वेत बने पवित्र बनने का प्रयास करें और हमारी शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, आध्यात्मिक यह चारों जो शक्तियां हैं, वह रजत के समान पवित्र बनती जाएं। मुनिश्री ने उपस्थित सभी श्रावक समाज को डिजिटल गेजेट्स जैसे टीवी, मोबाइल आदि का उपयोग भोजन करते समय ना करने की प्रेरणा प्रदान की।
मुनि श्री जयेश कुमारजी ने कहा कि आज के इस डिजिटल युग में हर व्यक्ति को कुछ नया चाहिए भले ही सिस्टम वह के वह हों पर अपग्रेडेशन चाहिए, बाकी हर चीजों का अपग्रेडेशन हो जाता है पर व्यक्ति स्वयं का नहीं करता है, हर व्यक्ति यह चिन्तन करें कि मैं अपने आप को कैसे नया बना सकता हूँ, पिछले साल जो आपने सिखा उसके लिए कृतज्ञ रहें और गत वर्ष में जो गलतीया, अच्छाईयां आपने की उनसे प्रेरणा लेकर आने वाला वर्ष आप का मंगलमयी बने आनंदमय बने आपको नई दिशा देने वाला बने, आप सब छोटे-छोटे संकल्प लें। 2025 है तो आप सभी हर दिन 25 मिनट का मौन, स्वाध्याय, जप, ध्यान आदि का संकल्प लेनें का प्रयत्न करे।
कार्यक्रम में चिकमगलूर, मैसूर, शिवमोगा आदि क्षेत्रों से पधारे हुए श्रावक-श्राविकाओं का स्वागत सभा अध्यक्ष श्री सुरेश जी भंसाली ने किया। मण्डिया के सम्पूर्ण तेरापंथ समाज इस आध्यात्मिक अनुष्ठान एवं वृहद मंगलपाठ के कार्यक्रम में उपस्थित रहा।