मुनिश्री सुरेश कुमार ‘हरनावा’ के आशीर्वाद से मुनिश्री संबोध कुमार की प्रेरणा से अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद, उदयपुर द्वारा 28 व 29 दिसंबर की दो दिवसीय मेवाड़-मारवाड़ स्तरीय तेरापंथ टास्क फोर्स कार्यशाला का आयोजन उदयपुर के महाप्रज्ञ विहार भुवाणा में किया गया।
एन.डी.आर.एफ. भारत सरकार द्वारा गठित एक टीम है जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों विंग के कर्मी शामिल होते हैं। इसके अलावा, इसमें अन्य सरकारी एजेंसियों की विभिन्न शाखाओं से भी कर्मचारी भर्ती किए जाते हैं। एन.डी.आर.एफ. बाढ़, भूकंप, चक्रवात, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव और राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाता है।
तेरापंथ टास्क फोर्स (टी.टी.एफ.) कार्यशाला के अंतर्गत NDRF व SDRF (स्टेट डिजास्टर रिस्क फोर्स) सुपर स्पेशलिस्ट टीम द्वारा विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की व आसपास के लोगों की रक्षा हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें उदयपुर परिषद व बाहर की कई परिषदों से प्रतिभागियों ने भाग लेकर देश और समाज सेवा के लिए आपदा प्रबंधन की अनेकों कार्यशाला जैसे बाढ़, भूकंप, चक्रवात, आगजनी, हार्ट अटैक, साँप के काटने आदि कई आपदाओं से बचाव एवं जीवन रक्षा व दूसरों की सहायता संबंधित जानकारी प्राप्त की।
28 दिसंबर शनिवार को प्रातः 11 बजे आयोजित उद्घाटन सत्र मे कार्यक्रम की अध्यक्षता करने चौन्नई से अभातेयुप अध्यक्ष श्री रमेश डागा विशेष रूप से उदयपुर पधारे। उन्होंने कार्यक्रम के अंतर्गत अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा आयोजित होने वाले सभी आयामों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला मे मुख्य अतिथि मेवाड़ राजघराने के युवराज डॉ. लक्ष्यराज सिंह जी मेवाड़ व विशिष्ट अतिथि अभातेयुप सहमंत्री लक्की कोठारी और हैदराबाद से टीटीएफ के राष्ट्रीय प्रभारी मनीष पटावरी की गरीमामयी उपस्थिती रही। मेवाड़ के विभिन्न क्षेत्रों-जैसे उदयपुर से अभिषेक पोखरणा, अजीत छाजेड, संदीप हिंगड, करेडा से शाखा प्रभारी देव चावत, भीलवाड़ा से टीटीएफ राज्य प्रभारी कुलदीप मारू, देवगढ से जितेश पोखरणा, चितौड़ से तुषार सुराणा, भीलवाड़ा से पियूष रांका, हिमांशु रांका, भीम से सुनील मुणोत आदि सभी अभातेयुप परिवार सहित कई तेयुप परिषदों के अध्यक्ष मंत्रियों की विशेष उपस्थिति रही।
मेवाड़ के गौरव श्री लक्ष्यराजसिंह जी ने तेयुप के 51वें स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष में 51गौरवशाली वर्षों के इतिहास को सबके स्मृति पटल पर लाने हेतु कैलेंडर का विमोचन करते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम का सम्मान किया और कहा कि अगर आपदा के समय बचाने के लिए भगवान को याद करते हैं तो उस रूप में यही सामने आते हैं इसलिए इनका सम्मान करना बड़े ही गौरव की बात है।
जैन संस्कार विधि से प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में भीलवाड़ा, भीम, करेडा, आसिंद, आमेट, रेलमंगरा, उदयपुर, देवगड़ आदि परिषदों से युवा साथीगण उदयपुर पधारे व प्रशिक्षण प्राप्त कर अंत में हुई परीक्षा मै उत्तीर्ण होकर सर्टिफिकेट प्राप्त किया।
तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष भूपेश खमेसरा ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए प्रतिभागियों को इस कार्यशाला में ज्यादा से ज्यादा सीखने के लिए प्रेरित किया तथा सभी का ध्यान आकर्षित करते हुए इस वर्ष में की गई सभी सेवा-संस्कार और संगठन की गतिविधियों से सबको अवगत कराया। जिसमें विशेष रूप से नेत्रदान, रक्तदान, साधु संतों की सेवा एवं संगठन को मजबूती एवं किशोर और युवाओं में संस्कार निर्माण के कई कार्य किए गए। कार्यक्रम का संचालन मंत्री साजन मांडोत द्वारा किया गया। आभार विनीत फुलफगर एवं संजय सिंघवी ने किया।