श्री पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक पर मुनिश्री कुलदीप कुमार जी एवं मुनिश्री मुकुल कुमार जी के पावन सान्निध्य में महामंगल मंत्रानुष्ठान का अत्यंत प्रभावी विलक्षण एवं अपूर्व कार्यक्रम समायोजित हुआ। कार्यक्रम का श्रीगणेश मुनिश्री के मंगलमंत्रोच्चार से हुआ। इस अवसर पर मुनिश्री मुकुल कुमार जी ने 1800 साल पुराने जैन धर्म के मंत्रवेत्ता आचार्यों द्वारा निर्मित मंत्रों का अनुष्ठान करवाकर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। सभी अनुष्ठानकर्ता लोगों को ऐसा लग रहा था जैसे एक नई ऊर्जा और नई शक्ति का संचार हो रहा हो। मुनिश्री मुकुल कुमार जी ने वास्तु के रहस्यमय सूत्र भी बताए।
मुनि श्री कुलदीप कुमार जी ने अपने वक्तव्य में मंत्रों की उपयोगिता को बताते हुए श्रावकों का मूल्यांकन किया। चेम्बूर सभा अध्यक्ष रमेश जी धोका एवं मुंबई सभा अध्यक्ष माणक जी धींग ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विमल जी सोनी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशाल जनसमूह उपस्थित था। कार्यक्रम में मुंबई के विभिन्न उपनगरों से भायंदर, कांदिवली, भांडुप, थाना, घाटकोपर, कुर्ला साइन कोलीवाड़ा, कालबादेवी, एल्फीस्टन, विक्रोली, मुलुंड, गोवंडी, मानखुर्द आदि क्षेत्रों सें श्रावक समाज एवं पदाधिकारियों एवं स्थानीय समाज की सराहनीय सहभागिता रही। इस अवसर पर कार्यक्रम के पश्चात महासभा परिवार संगठन यात्रा के लिए चेम्बूर में पहुंचा।
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