अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल, उधना द्वारा ’चित समाधि शिविर’ का आयोजन शासनश्री साध्वी श्री जिनप्रभाजी आदि ठाणा-5 के सान्निध्य में दिनांक 22 दिसंबर, 2024 को किया गया। सर्वप्रथम शासनश्री साध्वीश्री जिनप्रभा जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुभ शुरुआत हुई। महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत के द्वारा मंगलाचरण किया गया। अभातेममं से गुजरात प्रभारी श्रीमती श्रेया जी बाफना द्वारा चित समाधि के बारे में अपने भावों की अभिव्यक्ति दी गई। तत्पश्चात साध्वीश्री जितेंद्रप्रभाजी ने अपने वक्तव्य में कहा कि अगर हमें शांति को प्राप्त करना है तो piece के fullform को अपनाना चाहिए। जिसमें P- piece , E- emotion balance, A- apriciation c- Co- operation,E- enganged अगर वास्तविक जीवन में इन सभी गुणों को अपनाकर हम चित्त समाधि को पा सकते हैं। साध्वीश्री जी प्रबुद्धयशा जी ने प्रेरक वक्तव्य देते हुए कहा कि हम अपने ज्ञान को, अपने विनय को अगर व्यवहार में लाएं तो हम अवश्य ही चित्त समाधि को प्राप्त कर सकते हैं। शासनश्री साध्वी श्री जिनप्रभाजी द्वारा मंगल उद्बोधन में कहा कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में चित्त समाधि बहुत जरूरी है, जहां व्यक्ति जन्म से लेकर मृत्यु तक अनेक रिश्ते निभाता है अगर व्यक्ति में सरलता का गुण हो तो व्यक्ति अवश्य ही चित्त समाधि को पा सकता है।
इस कार्यक्रम में सभा संस्था के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्यों की उपस्तिथि रही। महिला मंडल की पदाधिकारी, कार्यकारिणी एवं सदस्य बहनों की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में लगभग 162 सदस्य भाई-बहनों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वीश्री जी काम्यप्रभा जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन महिला मंडल मंत्री श्रीमती नीलम डांगी द्वारा किया गया।