प्रेक्षाध्यान कल्याण वर्ष के अंतर्गत प्रेक्षा फाउंडेशन के निर्देशानुसार पूरे देशभर में विश्व ध्यान दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्थानीय प्रेक्षाध्यान व तेरापंथ महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में तेरापंथ सभा भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आगाज संगीता जी पामेचा, रेणु जी छाजेड़, अनीता जी छाजेड़, चेतना जी डांगी, संगीता की चंडालिया द्वारा प्रेक्षा गीत ‘आत्म साक्षात्कार प्रेक्षाध्यान’ के संगान से किया। प्रेक्षा संवाहक रेणु जी छाजेड़ ने ध्यान का विशेष प्रयोग करवाया। ध्यान एक ऐसा उपहार है जो हमें आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी ने दिया। यह हमें अपने भीतर की शांति को खोजने को वह तनाव को कम करने और जीवन को ढंग से जीने में मदद करता है। सह संवाहक मयूर जी पितलिया ध्यान के महत्व की जानकारी दी। तेरापंथ सभा मंत्री मनोहर लाल जी पितलिया ने स्वागत अभिनंदन व अपने विचार रखते हुए। कहा कि ‘आत्मा भीन्न शरीर भिन्न है तुमने मंत्र सिखाए’ विचार व्यक्त किये। पवन कच्छारा ने महाप्राण गुरुदेव गीत का संगान किया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा अध्यक्ष यशवंत कुमार जी चोरड़िया, निर्मल जी गेलडा, देवेंद्र जी मेहता, महेंद्र जी बोहरा, अशोक जी पितलिया, देवेंद्र जी पितलिया, सुदीप जी छाजेड़, तेयुप अध्यक्ष योगेश जी ढिलिवाल, मंत्री विशाल जी पितलिया व महिला मंडल सदस्य रोशन देवी छाजेड़, मंजू देवी हिरण, रेखा जी पितलिया, लीला जी पीतलिया, मीना जी पामेचा आदि की उपस्थिति रही। आभार ज्ञापन तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष संगीता जी पामेचा ने किया।