डॉ. समणी निर्देशिका ज्योतिप्रज्ञा जी एवं डॉ. समणी मानसप्रज्ञा जी के सान्निध्य में एवं प्रशिक्षक हरिकेश जी एवं गरिमा जी के दिशा निर्देशन में दिनांक 8 दिसंबर, 2024 को तेरापंथ भवन, फरीदाबाद में प्रेक्षाध्यान शिविर का सफल एवं सार्थक आयोजन किया गया। जिसमें 46 श्रावक-श्राविकाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सुबह 7 बजे से सांय 4 बजे तक शिविर में बहुत ही सरल और सहज योगा अभ्यास, ध्यान क्रियाओं का प्रशिक्षण दिया गया।
डॉक्टर समणी निर्देशिका ज्योतिप्रज्ञा जी ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि श्वास भोजन और पानी से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। श्वास जीवन का सच्चा साथी है। श्वास से आधि, व्याधि और उपाधि नष्ट होती है। और चित समाधि की प्राप्ति होती है। श्वास प्रेक्षा से जीवन में परिवर्तन घटित होता है। समणी मानस प्रज्ञा जी ने सहिष्णुता की अनुप्रेक्षा करवाई।
समणीवृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सभा अध्यक्ष कन्हैयालाल जी वैद द्वारा हरिकेश जी एवं गरिमा जी का साहित्य द्वार सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में महिला मंडल अध्यक्षा द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। संचालन सभा मंत्री नवीन छाजेड़ द्वारा किया गया।
