शासनश्री साध्वीश्री बसंत प्रभा जी के सान्निध्य में भीखी जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा मेहता कॉलोनी में पंजाब स्तरीय श्रावक सम्मेलन का आयोजन रखा गया। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री कल्पमाला जी व रोहितयशा जी के मंगलचरण से हुआ। साध्वीश्री रोहित यशा जी ने कहा कि संघ हमारा आधार है, विश्वास है, संघ के प्रति हमारी श्रद्धा आस्था बेजोड़ है उपासक श्रेणी के संयोजक सूर्य प्रकाश जी सामसुखा ने श्रावक जीवन की महत्ता पर प्रकाश डाला। साध्वीश्री कल्पमाला जी ने कहा कि श्रावक वह होता है जो संघ, संघपति के प्रति निष्ठावान हो, श्रद्धा आस्था के साथ गुरु के साथ हमारा अनुबंध हो। तेरापंथ की नींव में श्रद्धा, सेवा, समर्पण, विनय, अनुशासन, संयम, मर्यादा, की ईंट रखी हुई है। इसलिए तेरापंथ की एकता अजब है। संघ, संघपति के प्रति समर्पण भाव भी गजब का है। पंजाब में आचार्य श्री महाश्रमण जी का चातुर्मास हमें लाना है तथा एकजुट होकर सभी श्रावक समाज मिलकर मधुर संयमित वाणी से जन-जन को झनकृत करना है आपसी मत भेदों को भूलाकर विश्व स्तरीय आचार्य महाश्रमण जी का चातुर्मास पंजाब में कराना है। पंजाब अध्यक्ष श्रीमान मंगत बंसल जी पूर्व एम.एल.ए. ने श्रावक समाज को गुरुदेव महाश्रमण जी के चातुर्मास को सफल बनाने हेतु श्रावक सम्मेलन के आयोजन को सफल बताया।
शासनश्री साध्वीश्री बसंत प्रभा जी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भीखी में श्रावक सम्मेलन पंजाब स्तरीय रखा है। हमारे बहुत से ऐसे श्रावक है जो पंजाब हरियाणा के श्रद्धा निष्ठ व आस्थावान श्रावक हैं जो धर्मसंघ व संघपति के प्रति मर-मिटने के लिए तैयार हैं आचार्य भिक्षु से लेकर आचार्य श्री महाश्रमण जी तक ऐसे अनेक श्रावक-श्राविकाएँ हुए हैं जिनका इतिहास सुनहरे अक्षरों में अंकित है। आपने खेरवा के श्रावक वह पाली की घटना सुनाकर सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया तथा श्रावकों का क्या दायित्व है इसको भी प्रकाशित किया। भीखी समाज से महिला मंडल कन्या मंडल वह युवक परिषद तीनों ने मिलकर आचार्य भिक्षु की सुमधूर गीत के द्वारा अभिवंदना की। भीखी सभा अध्यक्ष योगेश जी ने तथा श्रीमान अशोक जी ने पंजाब से आए हुए आगंतुक मेहमानों का स्वागत व आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम में लुधियाना, धूरी, मानसा, बुडलाड़ा, बडबर, सुनाम, नाभा, संगरूर, रामा मंडी, भवानीगढ़, बरनाला आदि के आदि शहरों से आकर भीखी श्रावक सम्मेलन को सफल बनाया।
कार्यक्रम का सफल संचालन साध्वीश्री संकल्पश्री जी ने किया तथा श्रावक समाज को अमूल्य संबोध दिया। कार्यक्रम के पश्चात गोविंदगढ़ के सुश्रावक श्रीमान सुरेंद्र मित्तल जी द्वारा युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण योग एण्ड वैलनेस सेंटर भीखी का उद्घाटन किया।