साध्वी श्री उदितयशाजी ठाणा-4 के पावन सान्निध्य में रविवार दोपहर में श्री जुगराजजी श्रीश्रीमाल के निवास स्थान पर कर्तव्य बोध कार्यशाला का आयोजन हुआ। पंच परमेष्ठी नमस्कार महामंत्र के सामूहिक उच्चारण से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। तेरापंथ सभा ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमान अशोकजी चौधरी ने पधारे हुए सभी का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी द्वारा लिखित पुस्तक कर्तव्य बोध का उल्लेख करते हुए साध्वीश्री उदियशाजी ने फरमाया कि संगठन का मूल आधार आध्यात्म होना चाहिए। व्यक्तिगत स्वार्थ गौण करके ‘संघ का काम हो संघ का नाम हो’ इसी भावना को सर्वाेपरि रखकर ‘मै’ और ‘अहम्’ को त्याग कर सबको साथ लेकर चलने और सम्मान देने की भावना होनी चाहिए। जिज्ञासा सत्र में साध्वीश्री जी ने कार्यकर्ताओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
इस कार्यशाला में सभा, युवक परिषद, महिला मंडल,कन्या मंडल,किशोर मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की अच्छी उपस्थिति रही। कार्यशाला का कुशल संचालन महिला मंडल मंत्री श्रीमती लता नौलखा ने किया। महिला मंडल सहमंत्री श्रीमती सरिता संचेती ने साध्वीवृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए पधारे हुए सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया गया।
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