दिनांक 21.11.24 को अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल के निर्देशानुसार प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया। तेरापंथ महिला मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती कनक जी जैन ने प्रेक्षाध्यान करवाया। प्रेक्षा के मूल स्रोत आदिनाथ ऋषभ है। 20वीं शताब्दि में आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी द्वारा इसे जन-जन तक पहुंचाया गया। चेतना को देखने का साधन प्रेक्षाध्यान है।
दो-तीन लम्बे श्वास के साथ ध्यान प्रारम्भ करवाया गया। नौ बार अर्हम् की ध्वनि, तीन बार ध्येय सूत्र, ध्यान का संकल्प तीन बार, विवेक सूत्र तीन बार, शरण सूत्र तीन बार करवाया गया। तीन लम्बे श्वास और लोग्गस पाठ के द्वारा ध्यान सम्पन्न करवाया गया। प्रेक्षाध्यान गीत का संगान किया गया। कार्यशाला में 13 बहनों की उपस्थित रही।