चांनोड निवासी, मुंबई प्रवासी श्री नगराज जी मरलेचा के सुपुत्र श्री दिव्येश मरलेचा एवं मन्नारकड़ निवासी मुंबई प्रवासी श्री कृष्णराज नायर की सुपुत्री सुश्री काव्या नायर का पाणिग्रहण संस्कारक श्री निर्मल बेगवानी एवं श्री आदित्य मांडोत ने जैन संस्कार विधि से संपन्न करवाया।
कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के उच्चारण और मंत्र गीत के साथ श्री निर्मल बेगवानी ने करवाया। तत्पश्चात सिलसिलेवार तरीके से मंगलभावना यंत्र की स्थापना दूल्हे एवं दुल्हन से करवाई गई। संस्कारक श्री आदित्य मांडोत ने बहुत ही शानदार और जोशीले अंदाज मे मंगल भावना यंत्र की पूर्ण जानकारी और उसके महत्व के बारे मे बताया। संस्कारक श्री निर्मल बेगवानी एवं श्री आदित्य मंडोत ने भावनापूर्वक तरीके से मंत्रो का उच्चारण किया एवं लोगो को भी करवाते हुए मंत्रों का अर्थ बताया।
अंत में लोगों ने सामर्थ्य अनुसार आध्यत्मिक दक्षिणा के रूप मे संकल्प लिए। विशेष बात यह थी की वर पक्ष मंदिरमार्गी जैन थे, वहीं वधू पक्ष मलयाली थे।
