शहर के अररिया कोर्ट स्थित तेरापंथ सभा भवन में मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ ठाना-2 के पावन सान्निध्य मे मंगल भावना समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम में ’अनुभव के मंगल स्वर – गूंजे घर घर’ रखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ के महामंत्रोचार के साथ हुआ।
तत्पश्चात तेरापंथ महिला मंडल की बहनों के द्वारा एक साथ मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। तेरापंथ महिला मंडल की बहनों ने सामूहिक रूप से ‘मुनिवर मुनिवर जाना नहीं’ भावपूर्ण गीतिका की प्रस्तुति दी। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष धर्मचन्द जी चोरडिया, तेरापंथ सभा के विशिष्ट श्रावक सागरमल जी चिंडालिया, महिला मंडल की सहमंत्री श्रीमती कांता बेगवानी, कोषाध्यक्ष श्रीमती माला छाजेड़ ने कहा कि मुनि श्री आनंद कुमार जी कालू ठाना -2 का यह चातुर्मास हम सब के लिए यादगार रहेगा क्योंकि इसमें हमने नए नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। मुनि श्री आनंद कुमार जी ने अपने मंगल पाथेय में कहा कि संतो का आना और जाना मंगलमय होता है। साधु-साध्वी और श्रावक-श्राविका धर्मसंघ के अभिनव अंग है। संतों का लगा रहता है आना जाना-उनका नहीं होता है कोई ठिकाना। हमेशा व्यक्ति को सरल और रिजु रहना चाहिए। जब व्यक्ति 30 वर्ष का रहता है तो उसके जीवन में उतार चढ़ाव होता रहता है लेकिन 50 वर्ष की उम्र में उसके खरी कमाई का असर होता है। क्या उसने जिंदगी में पाया। व्यक्ति को खरबूजे और संतरे के जैसे होना चाहिए। ऊपर से एक दिखे लेकिन अंदर में अनेक कटाक्ष यानि सभी संस्थाओं को एक साथ मिलकर काम कर के एकजुटता दिखानी चाहिए।
मुनि श्री ने कहा कि व्यक्ति केश की तरह मुलायम व मोमबत्ती की तरह प्रकाशित, मसूरी की तरह जोड़ने, कंघी की तरह सुलझाने का प्रयास रखना चाहिए। मुनि श्री आनंद कुमार जी ने कहा इस चातुर्मास में तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद्, अणुव्रत समिति, कन्या मंडल, ज्ञानशाला आदि सभी संस्थाओं ने अपने अपने कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रयास किया। विगत 15 जुलाई से 15 नवंबर तक तथा आगामी 16 नवम्बर को मुनिश्री का विहार होगा। मुनिश्री ने कहा कि अररिया का ऐतिहासिक व सफल चातुर्मास संपन्न होने जा रहा है। समाज के सभी श्रद्धालुजनों के साथ एक लय, एक ध्वनि में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष धर्मचन्द जी चोरडिया, सेवा भावी श्रावक सागरमल जी चिंडालिया, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष भंवरलाल जी बेगवानी ने अपने संबोधन में मुनि श्री आनंद कुमार जी का 2024 का चातुर्मास सबके लिए यादगार बना।
सभी ने कहा कि मुनि श्री के प्रवचन का समय धर्मसंघ के नए नए कार्य को गतिविधि उनके सहवर्ती संत मुनि श्री विकास कुमार जी विशेष प्रेरणा रही कि चातुर्मास में 5 मासिक तेरस के पावन अवसर पर ॐ भिक्षु जय भिक्षु का 13 घंटों का सामूहिक जप करवा के कीर्तिमान स्थापित किया तथा पर्युषण में 7 दिनों तक 24 घंटे का लगातार जप अनुष्ठान संपन्न करवाया। महिला मंडल की मंत्री। सुरभि दूगड़ ने कहा कि मुनिश्री ने हमें विशेष रूप से चौबीसी, तत्व ज्ञान, प्रवचन के तेरह ज्ञान करवाया।मुनि श्री ने हमारे महिला मंडल के हर कार्यक्रम को सफल बनाया। जो हमारी बहने मंच पर नहीं आती थी उनको मंच पर बुलाकर चौबीसी और गीतिका का संगान कराते थे। कार्यक्रम का कुशल व सफल संचालन महिला मंडल की मंत्री श्रीमती सुरभि दूगड़ ने किया। तेरापंथ महिला मंडल की कोषाध्यक्ष श्रीमती माला छाजेड़ ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से सभी संस्थाओं के पदाधिकारी एवं संपूर्ण श्रावक समाज उपस्थित रहे।
मंगल भावना समारोह का द्वितीय चरण संध्याकाल में तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में सचिन दूगड़, वीरेंद्र भूरा, प्रदीप चिंडालिया, भैरूदान जी भूरा, रतनलाल जी दुधेडिया, सक्षम दूगड़, ज्ञानशाला से प्रतीक नाहटा, महिला मंडल से कल्पना चिंडालिया, मंजू बोथरा, ब्यूटी बेगवानी आदि सभी ने मुनिश्री के प्रति अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चों के द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी गई।
मुनि श्री विकाश कुमार जी ने भी पूरे श्रावक समाज को हर मासिक तेरस के अवसर पर ॐ भिक्षु जय भिक्षु जप करने का संदेश दिया, मुनि श्री विकाश कुमार जी ने कहा कि जप करने से घर में शांति आती है। मंच का सफल संचालन श्री प्रदीप जी चोरड़िया ने किया। कार्यक्रम का समापन मुनिश्री के मंगल पाठ से हुआ।