साध्वी श्री मंजूयशा जी ठाणा-4 के सफलतम एवं प्रभावित प्रवास और चातुर्मास की संपन्नता पर जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा नाथद्वारा द्वारा मंगल भावना समारोह 15 नवंबर, 2024 को तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र के मंगल उच्चारण से किया।
साध्वी जी ने कहा कि साधु-साध्वियाँ जब भी जहां भी जाते हैं वहां अध्यात्म की बसंत बहार आती है। चातुर्मास का समय निकट आते ही जन-जन के मन में अध्यात्म के प्रति श्रद्धा व भक्ति भावों का संचार होता है। त्याग तपस्या एवं ज्ञान आराधना करने से भावना जागृत होती है। साधु-साध्वियों के मुख से अर्हत वाणी श्रवण करने को मिलती है। प्रेरणादाई प्रवचन सुनने से जीवन की दिशा एवं दशा बदलती है। कहा जाता है त्यागी वैरागी साधु संतों के दर्शन से उनके पवित्र आभामंडल में जाने से मान व भाव पवित्र होते हैं। प्रवचन श्रवण से नए-नए ज्ञान की प्राप्ति होती है। अशुभ कर्मों की निर्जरा होती है और शुभ कर्म का बंद होता है। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि गुरु निर्देश के अनुसार हम नाथद्वारा चातुर्मास करने आए। पूरे श्रावक समाज ने प्रवचन सेवा उपासना कार्यक्रम आदि सभी में बड़े उत्साह पूर्वक भाग लेकर पूर्ण सफल बनाया इस सफलता के पीछे सबसे बड़ी गुरु का आशीर्वाद होता है कृपा होती है। श्रावकों की उपस्थिति अच्छी होती है, साधु संतों को काम करने का आनंद आता है। यहां का श्रावक समाज संघ पति के प्रति, साधु-संतों के प्रति, अध्यात्म के प्रति, आस्थाशील विनयशील समर्पित है। श्रावक-श्राविका समाज में धार्मिक लगन है, पूर्ण दायित्वशील समाज है, तेरापंथ सभा, युवक परिषद, महिला मंडल, कन्या मंडल किशोर मंडल, ज्ञानशाला, अणुव्रत समिति आदि सभी संस्थाएं बड़ी जागरूक संस्थाएं हैं। जो भी समय-समय केंद्र द्वारा निर्धारित एवं अन्य सभी कार्यक्रम बड़े व्यवस्थित रूप से संपादित करती है। सभी भाई-बहन उनमें उत्साहपूर्वक भाग लेकर कार्यक्रम को पूर्ण सफलता का अंजाम देते हैं।
इस अवसर पर साध्वी श्री चिन्मयप्रभा जी, साध्वी श्री इंदुप्रभा जी व साध्वी श्री मानसप्रभात जी ने गीत, भाषण द्वारा अपनी अभिव्यक्ति दी। सभा अध्यक्ष विश्वजीत जी कर्णावट, शक्ल जैन समाज अध्यक्ष ईश्वर सिंह जी समोता, महिला मंडल मंत्री सविता जी कोठारी, युवती बहनों द्वारा गीत, महिला मंडल की बहनों द्वारा गीत, कांतिलाल जी धाकड़, शांता देवी बाफना, ज्ञानार्थी नमन बाफना, हितांशी मिस्टी कोठारी, चर्या, गुर्वि जैन, साधना बापना, ज्ञानशाला संयोजिका सीमा जी डागलिया, तेयुप अध्यक्ष हितेश जी हिरण, मंजू जी मुथा, सभा के पूर्व अध्यक्ष निर्मल जी छाजेड़, कनकजी समोता, तेयुप व युवती बहनों के साथ काव्य परी संवाद, तेयुप मंत्री हितेश जी कोठारी, किशोर मंडल संयोजक अरहम बाफना, अनुश्री कोठारी, शीतल समोता, दीपिका कर्णावट, गणेश जी मेहता, विनोद जी समदरिया, केशव जी धाकड़, कमलेश जी धाकड़ आदि ने साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता, खमतखामना के साथ अपनी भावनाएं कविता, गीतिका वह परिसंवाद के माध्यम से व्यक्त की। श्रावक-श्रावकों की उपस्थिति सराहनीय रही। मंगलपाठ से कार्यक्रम सानंद संपन्न हुआ।
![Jain Terapanth News](https://secure.gravatar.com/avatar/48691bad469191eea1dd37b65a3e0724?s=96&r=g&d=https://jainterapanthnews.in/wp-content/plugins/userswp/assets/images/no_profile.png)