जोरावरपुरा तेरापंथ भवन में रात्रि को शासनश्री साध्वी शशिरेखा जी का चातुर्मास की संपन्नता के उपलक्ष में मंगल भावना का कार्यक्रम रखा गया। आचार्यश्री महाश्रमण जी ने शासनश्री साध्वी शशिरेखा जी का चातुर्मास जोरावरपुरा फरमाया था। साध्वीश्री जी ने चार महीने चातुर्मास काल में जोरावरपुरा में आध्यात्मिक जीवन जीने के अनेक ज्ञान, ध्यान, जप, तप के बारे में जानकारी देते हुए अपने चार महीने के समय के श्रावक-श्राविका को प्रेरणा दी। चातुर्मास में सबसे बड़ी उपलब्धि ज्ञानशाला की रही। ज्ञानशाला के छोटे-छोटे बच्चों ने प्रतिक्रमण, कल्याण मंदिर, तेरापंथ प्रबोध, भक्तांबर आदि कंठस्थ किए। चातुर्मास में साध्वीश्री जी की प्रेरणा से चार महीने निरंतर रूप से ज्ञानशाला चलाई गई। साध्वीश्री ने कहा कि बच्चे ही समाज का भविष्य हैं आज के बच्चों में संस्कारों हो होना बहुत जरूरी है। मंगल भावना समारोह में सभी बच्चों को तेरापंथ सभा के सभी सदस्यों द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत महिला मंडल से सुमन बांठिया ने मंगलाचरण से की। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा बहुत ही रोचक प्रस्तुतियां दी गई। मोहनलाल जी बुच्चा, सभा के अध्यक्ष बाबूलाल जी बुच्चा, सभा के मंत्री शांतिलाल जी बैद ने अपने भावों के साथ साध्वी श्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की ओर क्षमायाचना की। मंगल भावना समारोह के क्रम में तेयूप के सुरेंद्र कुमार बुच्चा, रुचिका बुच्चा, संदीप बुच्चा, चिराग छाजेड़, लक्षिका गोलछा, हेतल बुच्चा, मुस्कान पुगलिया, महिला मंडल अध्यक्ष शकुंतला जी मरोठी, रितु पारख, सोनू बैद डिंपल बैद आदि सभी ने अपनी भावों की अभिव्यक्ति दी। महिला मंडल व कन्या मंडल द्वारा एक कव्वाली प्रस्तुत की गई। अंत में सभी श्रावक-श्राविकाओं ने ज्ञानशाला कन्या मंडल को शासनश्री साध्वी श्री जी ने आध्यात्मिक विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। सभी भाई बहनों ने साध्वीश्री जी के प्रति बहुत-बहुत मंगल कामना कृतज्ञता ज्ञापित की कार्यक्रम का कुशल संचालक महिला मंडल मंत्री मोनिका बुच्चा ने किया। सभा के अध्यक्ष बाबूलाल जी बुच्चा ने आभार ज्ञापन किया। शासन श्री साध्वी शशिरेखा का मंगल विहार जोरावरपुरा तेरापंथ भवन से प्रस्थान करके महावीर चौक तेरापंथ भवन में पदार्पण हुआ।