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भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन : बेंगलुरु

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तेरापंथ सभा भवन, गांधीनगर, बेंगलुरु में 13 नवंबर, बुधवार को तेरापंथ युवक परिषद, बेंगलुरु द्वारा भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन साध्वी श्री उदितयशा जी ठाणा-4 के पावन सान्निध्य में हुआ। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य आचार्य श्री भिक्षु के विचारों को समझना और आत्मसात करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी श्री उदितयशा जी द्वारा मंगल मंत्रोच्चार के साथ हुई, जिसने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। साध्वीश्री ने कहा कि “भिक्षु को समझना तो दूर, केवल उनके नाम का अर्थ समझ लें तो भी जीवन सार्थक हो सकता है।” भिक्षु का नाम और उनके विचारों की गहराई को समझ पाना आसान नहीं है। उनका दर्शन तभी समझ में आ सकता है, जब हमारी भावना और चिंतन निर्मल हों। भिक्षु वह हैं जो अपनी बुद्धि और प्रज्ञा को साधना के शिखर तक पहुंचाते हैं। आचार्य भिक्षु ने अपनी साधना से आदर्श स्थापित किए और भगवान की वाणी के अनुसार अपने आचरण को शुद्ध किया।
भिक्षु विचार दर्शन को समझना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यही हमारे धर्म का आधार है। जब हमारी श्रद्धा सुदृढ़ होती है, तो आस्था का स्तंभ भी स्थिर होता है। भिक्षु के विचारों का अनुसरण करना हमें सच्ची निष्ठा के मार्ग पर ले जाता है। निष्ठा का जागरण तभी संभव है, जब श्रद्धा मजबूत हो, क्योंकि श्रद्धा ही सबसे बड़ा धन है। जिसके पास भगवान की आज्ञा के प्रति श्रद्धा नहीं है, वही सच्चे अर्थ में दरिद्र है। भिक्षु के दर्शन को समझकर और उस पर निष्ठा स्थिर करके ही हम सच्ची साधना के पथ पर अग्रसर हो सकते हैं। आस्था और निष्ठा का जागरण हमारे धर्म जीवन का आधार है, जिसके लिए हमें अपने नियमों को दृढ़ करना और श्रद्धा से जीवन को पोषित करना आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान साध्वी श्री संगीतप्रभा जी ने निर्जरा की अनुप्रेक्षा करवाई, जबकि साध्वी श्री भव्ययशा जी एवं साध्वी श्री शिक्षाप्रभा जी ने गीतिका का संगान किया। साध्वीश्री जी की संसारपक्षीय बहनें-सीमा और खुशबू ने संवाद प्रस्तुत कर कार्यक्रम को और भी रोचक बना दिया। विजय गीत का संगान मंत्री राकेश चोरड़िया ने किया, तत्पश्चात महासभा आंचलिक प्रभारी श्री प्रकाश लोढ़ा ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा द्वारा 8 उपवास या उससे अधिक की तपस्या करने वाले तपस्वियों का विशेष अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् से भिक्षु दर्शन कार्यशाला के राष्ट्रीय सह प्रभारी श्री राकेश पोखरणा, शाखा प्रभारी श्री अमित दक, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष श्री विमल धारीवाल, उपाध्यक्ष श्री मनीष भंसाली, संस्कारक श्री अमित भंडारी, पूर्व उपाध्यक्ष श्री आलोक कुंडलिया, पूर्व सहमंत्री श्री मनोज पोखरणा, तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री पारसमल भंसाली, सभा मंत्री श्री विनोद छाजेड़, कोषाध्यक्ष श्री प्रकाश कटारिया, ज्ञानशाला के माणक चंद संचेती, पूर्व अध्यक्ष श्री बहादुर सेठिया, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती रिजुबाला डुंगरवाल और समाज के गणमान्य व्यक्ति, श्रद्धालु तथा धर्मानुरागी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार व्यक्त तेयुप मंत्री श्री राकेश चोरड़िया द्वारा अत्यंत कुशलता के साथ किया गया।

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