अणुव्रत विश्व भारती सोसाइटी द्वारा निर्देशित महाप्रज्ञ अलंकरण दिवस के उपलक्ष्य में ’जीवन विज्ञान’ का आयोजन अणुव्रत समिति ट्रस्ट, दिल्ली द्वारा अणुव्रत भवन में साध्वी श्री डॉ. कुंदनरेखा जी की सान्निध्य में आयोजित किया गया। जिसमें आंध्रा एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा संचालित डॉ. दुर्गाबाई देशमुख मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल, अध्यापकगण व लगभग 100 छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ ’जीवन विज्ञान’ गीत से हुआ जिसका स्वर श्री पवन गिड़िया, श्रीमती राज गुनेचा, श्रीमती मंजू बांठिया, श्रीमती कल्पना सेठिया एवं श्रीमती ममता बांठिया ने दिया। इस कार्यक्रम में जीवन विज्ञान के मुख्य प्रशिक्षण श्री रमेश कांडपाल, श्रीमती राज गुनेचा व श्रीमती ममता बांठिया ने विद्यार्थियों को यौगिक क्रियाएं, आसन व जीवन विज्ञान प्रायोगिक प्रशिक्षण, महाप्राण ध्वनि, ध्यान का प्रयोग करवाये। स्कूल के प्रिंसिपल और अन्य अध्यापक गण इस कार्यक्रम से काफी प्रभावित हुए।
इस अवसर पर विद्यालय प्रिंसिपल श्री उमापति नायडू ने अणुव्रत समिति ट्रस्ट, दिल्ली का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में बच्चों में नैतिकता व भावनात्मक विकास होता है और निवेदन किया की समय-समय पर जीवन-विज्ञान और अणुव्रत के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। अपने वक्तव्य के माध्यम से उन्होंने साध्वी श्री से निवेदन किया की विद्यालय में भी आप पधार कर बच्चों को प्रतिबोध दें। अणुव्रत, जैन जीवन शैली और जैन साधुओं की मर्यादा, दैनिक चर्या व जीवन शैली के बारे में जानने की इच्छा प्रकट की और कहा आगे हम आपसे मिलकर अणुव्रत, जीवन विज्ञान व आपके जीवन शैली के बारे में परिचय लेंगे। अपने प्रेरणा पाथेय में साध्वी श्री कुन्दनरेखा जी ने आचार्य श्री तुलसी, आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी, आचार्य श्री महाश्रमण जी व जीवन विज्ञान के बारे में बताया। कहानी के माध्यम से जीवन की सार्थकता क्या है विषय पर व विधार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान दिया।
इस कार्यक्रम में कार्य समिति सदस्य श्री कमल सेठिया, स्कूल अध्यापिका श्रीमती जयश्री डागा (कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर), श्रीमती तानिया जी, श्रीमती अंजना जी, श्रीमती अनुराधा जी, श्रीमती मेघना जी एवं श्री के, बाबू उपस्थित रहे। कार्यक्रम संचालन जीवन विज्ञान दिल्ली संयोजक श्री बाबूलाल दुगड़ ने किया। उन्होंने जीवन विज्ञान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आभार ज्ञापन निवर्तमान अध्यक्ष श्री शांतिलाल पटावरी ने किया।