शासनश्री साध्वी श्री शिवमाला जी के पावन सान्निध्य मे तेरापंथ युवक परिषद, हैदराबाद ने 10 नवंबर रविवार को तप अभिनंदन समारोह आयोजित किया। इस तप अभिनंदन समारोह के अंतर्गत साध्वीश्री जी के सान्निध्य में जिन तपस्वियों ने आठ व आठ से उपर की तपस्या की उन सभी का सामूहिक तप अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में सूरत से पधारी समणी जयंतप्रज्ञा जी एवं समणी सन्मतिप्रज्ञा जी ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि संघ हमारा प्राण है, संघ प्रति के प्रति निष्ठा रखना एवं संघ के साथ जुड़े रहना यह हमारा प्रथम कर्तव्य है। हम आभारी हैं कि हैं हमें ऐसा भैक्षव शासन, तेरापंथ शासन और आचार्य श्री महाश्रमण जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ। हमें हमेशा संघ की गरिमा को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में कुल 62 तपस्वियों का सम्मान किया गया। जिनमें श्री राजेश सेठिया, श्रीमती विनीता बोथरा एवं श्रीमती पिंकी बुच्चा ने मासखमण तथा श्रीमती प्रीति गांधी ने सिद्धि तप की तपस्या करके जिनशासन की विशेष प्रभावना की। इन सभी को तप अभिनंदन पत्र भेंट करके इनका सम्मान किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत भिक्षु प्रज्ञा मंडली के सुंदर मंगलाचरण के साथ हुई। तत्पश्चात तेयुप अध्यक्ष श्री अभिनंदन नाहटा ने कार्यक्रम में पधारे सभी तपस्वियों तथा सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों व उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं का स्वागत किया। साध्वी श्री शिवमाला जी ने सभी तपस्वियों को मंगल आशीर्वाद प्रदान किया व उनके आध्यात्मिक जीवन के प्रति मंगलकामना व्यक्त की। इसके बाद कार्यक्रम के संयोजक नवीन लुणिया तथा शुभम बैद ने तपस्या की महिमा बताते हुए सभी तपस्वियों के सम्मान कार्यक्रम का संचालन किया।
कार्यक्रम में जीतो हैदराबाद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रोहित कोठारी, मंत्री ललित चोपड़ा, कोषाध्यक्ष विशाल आंचलिया अपनी पूरी टीम के साथ पधारे तथा साध्वीश्री जी से सफलतम कार्यकाल हेतु आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में सिकंदराबाद सभा, महिला मंडल, टीपीएफ तथा अणुव्रत समिति के पदाधिकारियों के साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति रही। तेयुप के पूर्व अध्यक्ष श्री विमल पुगलिया, श्री लस्मीपत बैद, श्री प्रवीण श्यामसुखा, सहमंत्री श्री जिनेंद्र सेठिया तथा सहमंत्री श्री सौरभ भंडारी की कार्यक्रम मे विशेष उपस्थिती रही। तेरापंथ सभा, सिकंदराबाद द्वारा संवत्सरी महापर्व पर 8 वर्ष तथा उस से कम आयु के जिन बच्चों ने उपवास तथा पौषध आराधना की थी उन सभी का पारितोषिक के माध्यम से उत्साहवर्धन किया गया।
अंत में शुभम बैद ने पधारे हुए सभी तपस्वियों, सभी संस्थाओं के पदाधिकारीयों, गणमान्य व्यक्तियों व उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं का आभार प्रकट किया तथा कार्यक्रम को सुनियोजित तरीके से संपादित करवाने के लिए अरिहंत गुजारनी के प्रति अनुमोदना की।