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दो दिवसीय दक्षिणांचल स्तरीय ज्ञानशाला प्रशिक्षक रिफ्रेशर्स कोर्स का आयोजन : चेन्नई

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जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के ज्ञानशाला प्रकोष्ठ के अंतर्गत दो दिवसीय दक्षिणांचल स्तरीय ज्ञानशाला प्रशिक्षक रिफ्रेशर्स कोर्स का आयोजन श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नै के तत्वावधान में तेरापंथ भवन साहुकारपेट में हुआ। अध्यक्ष श्री अशोक जी खतंग ने स्वागत वक्तव्य में ज्ञानशाला प्रशिक्षकों के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामना संप्रेषित करते हुए कार्यशाला के प्रति शुभकामना व्यक्त की।
मंत्री श्री गजेंद्र खांटेड का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। मुनिश्री हिमांशुकुमार जी ठाणा-2 के पावन सान्निध्य में कार्यशाला का शुभारंभ मुनिद्वय के मंगल मंत्रोच्चार से हुआ। मुनिश्री हिमांशुकुमार जी ने प्रशिक्षकों को जैन धर्म के सिद्धांतों के बारे में समझाया एवं इसे ज्ञानर्थियों को समझाने की प्रेरणा दी। सभी प्रशिक्षकों को ज्ञानशाला में ज्यादा से ज्यादा सेवा देने की प्रेरणा दी।
मुनिश्री हेमंतकुमार जी ने प्रशिक्षकों प्रेरणा देते हुए कहा कि ज्ञानार्थियों को आधुनिक तरीके से पढ़ाएँ ताकि ज्ञानार्थी और इंटरेस्ट से पढ़े। उनका मुख्य बिंदु – प्रशिक्षक पहले स्वयं इतना अध्ययन करे ताकि ज्ञानार्थियों पर पढ़ाई का भार ना हो और वे हँसते-खेलते पढ़ लें। माधावरम में विराजित साध्वी श्री गवेषणाश्री जी ठाणा – 4 के दर्शन सेवा का लाभ मिला। साध्वीश्री जी ने प्रशिक्षकों को भिक्षु स्वामी के सिद्धांत एवं तेरापंथ के सिद्धांतों को समझने की तथा ज्ञानार्थियों को समझाने की प्रेरणा दी। अति सरलता से दान और दया के अंतर को समझाया। उपासक प्राध्यापक श्री डालिमचंद नौलखा ने प्रशिक्षकों संबोधित करते हुए भिक्षु स्वामी के विचार दर्शन, स्वामी जी के सिद्धांतों को समझने की प्रेरणा देते हुए दान, दया, अनुकंपा आदि विषयों पर समझाया एवं उच्चारण शुद्धि, पच्चीस बोल का बेसिक नॉलेज़ भी दिया। ज्ञानशाला आंचलिक संयोजक श्रीमती अनीता चोपड़ा, सह-संयोजक श्रीमती कविता रायसोनी एवं श्री राकेश खटेड़ ने ज्ञानशालाओं के प्रति अपनी भावना व्यक्त करते हुए ज्ञानार्थियों को कैसे उत्कृष्ट ज्ञान की प्राप्ति हो, इस विषय पर प्रशिक्षकों को विशेष प्रेरणा दी। कार्यशाला के व्यवस्था पक्ष में ज्ञानशाला के प्रभारी श्री राजेश सांड, सह-प्रभारी श्री अनिल बोथरा, श्री मनोज डूंगरवाल, श्री हेमंत मालु, श्री तरुण बेद, श्री प्रणव रायसोनी, श्रीमती वसंता बाबेल, श्रीमती सुप्रिया सावनसूखा आदि का पूर्ण सहयोग रहा। दक्षिणांचल स्तरीय इस दो दिवसीय कार्यशाला में 75 प्रशिक्षकों की उपस्थिति रही, जिसमें चेन्नई के अतिरिक्त बंगलौर, तिरुवन्नामलाई, वालाजाबाद, कांचीपुरम, एचडी-कोटे, नंदनगुंज, गुड्डियातम आदि क्षेत्र से भी प्रशिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
सुंदर व्यवस्था के लिए तेरापंथी सभा एवं ज्ञानशाला परिवार की पूरी टीम के प्रति प्रशिक्षकों ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए संपूर्ण व्यवस्था की अत्यंत सराहना की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु चेन्नई एवं बाहर से समागत सभी प्रशिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार।

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