शासनश्री साध्वी कमलप्रभा जी के पावन सान्निध्य में अणुव्रत प्रवर्तक आचार्यश्री तुलसी का 111वाँ जन्मोत्सव छोटी खाटू स्थित भैरूजी मंदिर प्रांगण में अणुव्रत दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वीश्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरुदेव तुलसी परिस्थितियों में लोहा लेने वाले लौह पुरुष थे। मानवीय मूल्यों के प्रतिस्थापक, अध्यात्म मूल्यों के अधिष्ठायक, जीवन मूल्यों के संस्थापक थे। 400 वर्षों पूर्व संत द्वारा की गई भविष्यवाणी की तेरापंथ में होने वाले नवम् आचार्य भगवान की तरह पूजे जाएंगे। अक्षरशः सत्य साबित हो गईं। उनके द्वारा प्रदत अणुव्रत मानवता की मंजिल ओर शांतिपूर्ण जीवन जीने की प्रक्रिया हैं।
इस अवसर पर पूर्व सरपंच मेघाराम जी, पूर्व उपसरपंच रामकिशोर जी टाक, कालूराम जी सारडा, आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कपूर चंद जी बेताला ने अणुव्रत की प्रासंगिता को उजागर करते हुए आचार्य तुलसी की अभ्यर्थना की। सभा अध्यक्ष डालमचंद धारीवाल एवं साध्वीवंृद्ध ने अपने व्यक्तव्य के माध्यम से गुरुदेव के अवदानों के चर्चा की। महिला मंडल, कन्या मंडल ने भी अपने गीतों के माध्यम से गुरुदेव तुलसी को अपनी भावनीव्यक्ती दी। कार्यक्रम का शुभांरभ मंगलाचरण तेरापंथ युवक परिषद एवं कार्यक्रम के सफल संचालन साध्वी श्री शताब्दी प्रभा जी ने किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री राजेश जी बेताला ने किया। कार्यक्रम में श्रावक-श्राविकाओं की अच्छी उपस्थित रही।
