दिनांक 3 अक्टूबर कार्तिक शुक्ला द्वितीय को तेरापंथ के नवमाचार्य आचार्य श्री तुलसी के 111वें जन्म दिवस साध्वी श्री सिद्धप्रभा जी ठाणा-4 के सान्निध्य में विजयनगर स्थित तेरापंथ भवन में मनाया गया।
मुख्य प्रवचन में आयोजित गुरुदेव तुलसी के जन्मोत्सव के कार्यक्रम में साध्वी श्री सिद्धप्रभा जी ने आचार्य तुलसी के प्रदत्त अवदानों के साथ में अनेक संस्मरणों को उल्लेख करते हुए, नारी शक्ति, युवा शक्ति और संपूर्ण मानवता के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। नैतिकता और अनुशासन को सामान्य जन जीवन में प्रतिस्थापित करने हेतु अणुव्रत आंदोलन का महाअभियान चलाया। महिला समाज को बड़े घूंघट प्रथा से मुक्त करने में अहम भूमिका निभाई। आध्यात्मिक जगत में जैन धर्म का जन धर्म बनाने हेतु आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी को आगे बढ़ाया। प्रेक्षाध्यान, जीवन-विज्ञान आदि अनेक व्यक्तित्व विकास के सोपान प्रदान किए।
साध्वी श्री मलयशा जी, आस्थाप्रभा जी ने आचार्य तुलसी के रोचक संस्मरण की प्रस्तुति की। साध्वी दीक्षाप्रभा जी संचालन करते हुए गुरुदेव तुलसी के जीवन पर प्रकाश डाला।
इससे पूर्व प्रवचन कार्यक्रम की शुरुवात साध्वी श्री जी द्वारा मंगल मंत्रोच्चार से हुआ। उसके पश्चात सभा उपाध्यक्ष भंवर लाल जी मांडोत ने तुलसी अष्टकम का संगान किया। सभा अध्यक्ष मंगल जी कोचर, युवक परिषद् अध्यक्ष कमलेश जी चोपड़ा, अणुविभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राजेश जी चावत, महिला मंडल अध्यक्षा मंजू जी गादिया, ने वंदन करते हुए उनके गुणों को याद किया। महिला मंडल टीम से बरखा जी पुगलिया, रितु जी शामसुखा, सरिता जी छाजेड़, मिश्री लाल जी गांधी, चांद मल जी रांका, पिस्ता बाई ने प्रस्तुति दी।
जैन युवा संगठन द्वारा भगवान महावीर के 2550 वे निर्वाणोत्सव पर आयोजित 25.50 करोड़ नवकार जाप ‘नवकार करे भावपार’ के जापार्थियों के लक्की ड्रॉ के द्वारा 5 श्रावकों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सभा मंत्री दिनेश जी हिंगड, श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही।