साध्वी श्री मधुस्मिता जी ठाणा-3 के सान्निध्य में 3 नवंबर को तेरापंथ धर्मसंघ के नवम अधिशास्ता आचार्य श्री तुलसी का 111वां जन्मदिवस अणुव्रत दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अणुव्रत रैली से किया गया। तत्पश्चात तेरापंथ भवन में कार्यक्रम का शुभारंभ तुलसी अष्टमकम द्वारा किया गया।
साध्वी श्री मधुस्मिता जी ने अपने स्वरचित गीत-‘द्वितीया के चांद प्यारे फ़िर एक बार आओ। 21वीं सदी को नव रोशनी दिखाओ।’ गीत से करते हुए कहा कि गुरुदेव स्वयं जहर की धूंट पी, लेकिन लोगों को अमृत बांटा चन्दन के वृक्ष की तरह सुवास बांटा, आप अनुशासन प्रिय थे, आपने आगम वाचना का बहुत बड़ा कार्य किया। साध्वी श्री सहजयशा जी एवं साध्वी श्री प्रदीप प्रभा जी ने अपनी भावना व्यक्त की। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष प्रकाश धींग ने सभी का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
पश्चिम सभा के मंत्री संजय पारख पूर्व महिला मंडल अध्यक्ष चांद देवी छाजेड़, पुष्पा देवी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अंत में सभी उपस्थित जनसमूह को अणुव्रत की आचार संहिता का संकल्प सभा के उपाध्यक्ष राजेंद्र जी बोथरा द्वारा कराया गया। कार्यक्रम में अणुव्रत समिति अहमदाबाद के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र लुनिया एवं अन्य कार्यकर्ताओं कि उपस्थित रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन राजेंद्र बोथरा ने किया।
