साध्वी श्री डॉ. परमप्रभा जी ठाणा-3 के सान्निध्य में तेरापंथ धर्मसंघ के नवें अधिशास्ता युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी की जन्म जयंती का कार्यक्रम प्रज्ञा विहार में साध्वीश्री के नमस्कार महामंत्र से शुभारंभ हुआ। मंगलाचरण श्रीमती ज्योत्सना जी पोखरना ने गीतिका द्धारा किया।
साध्वी श्री डॉ. परमप्रभा जी ने अपने मंगल पाथेय में कहा कि आचार्य श्री तुलसी एक विराट व्यक्तित्व के धनी थे उन्होंने छोटी आयु में दीक्षा लेकर व छोटी आयु के आचार्य बनकर एक इतिहास रच दिया। महान पुरुष महान दार्शनिक ही होते हैं, जो कितने ही काम करके समाज को नई दिशा प्रदान करते हैं। उन्होंने जैन समाज को ही नहीं वरन् मानव समाज को नई दिशा प्रदान की है। 60 वर्ष तक उन्होंने तेरापंथ धर्मसंघ की बागडोर को संभाला।
साध्वी श्री श्रेयसप्रभा जी ने आचार्य तुलसी के जन्म एवं उनके कृत कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके कई कार्यों व अवदानों से समाज को नई ऊंचाइयां प्रदान हुई। महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती उषा जी कोठारी ने मानवता के मसीहा गुरुदेव की श्रद्धा से अभिवंदना की। श्रीमान कल्याण जी पगारिया, मूलचंद जी भालावत, प्रकाश जी डांगी, सुरेंद्र जी टांक व कन्या मंडल संयोजिका सुश्री कनिका मेहता सभी ने कविता, गीतिका व वक्तव्य के माध्यम से गुरुदेव के गुण गरिमा की व्याख्या करते हुए अपने जीवन में घटित सच्चे संस्मरण बताएं। कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल मंत्री कीर्ति कोठारी ने किया। साध्वी श्री जी के मंगलपाठ से कार्यक्रम समापन हुआ।