साध्वी श्री काव्यलताजी के सान्निध्य में आचार्यश्री तुलसी का 111वाँ जन्म दिवस सिंघवी भवन, अमराईवाड़ी में मनाया गया। कार्यक्रम का मंगलाचरण तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष मुकेश सिंघवी ने मधुर स्वरों से किया। तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष श्री दिनेशजी चण्डालीया नें उपकारों से उपकृत तुलसी जीवन आधार पर अपने विचार व्यक्त किए। तुलसी राष्ट्रसंत कहलाए मधुर स्वरों से तेरापंथ महिला मण्डल ने अपनी भावनाएं श्रद्धापूर्वक व्यक्त की।
तेरांपथ सभा के कोषाध्यक्ष श्री कैलाशजी बाफना ने आचार्यश्री तुलसी को विकास के पुराधा पुरुष बताया। साध्वी श्री सुरभिप्रभाजी ने ‘संघ को प्रयोगशाला तुमने बनाया’ मधुर स्वरों से अपनी गीत की प्रस्तुति द्वी। साध्वी श्री काव्यलताजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आचार्यश्री तुलसी तेरापंथ धर्मसंघ के विकास पुरुष थे। जिन्होंने छोटी उम्र में अपने आपको अष्टमाचार्य, कालूगणी के चरणों में दीक्षा स्वीकार की। संघ को ऊंचाईयां प्रदान करने के लिए आपने अनेकानेक अवदान दिए। पद का विसर्जन कर नये इतिहास का सृजन किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्री ज्योतियशाजी ने किया।
