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त्रिदिवसीय ज्ञानशाला ज्ञानार्थी शिविर का आयोजन : राजसमंद

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ज्ञानशाला प्रकोष्ठ केन्द्र द्वारा निर्देशित तथा भिक्षु बोधि स्थल, राजसमन्द द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय ज्ञानशाला ज्ञानार्थी शिविर साध्वीश्री लब्धियशा जी, साध्वीश्री गौरवप्रभाजी, साध्वीश्री कौशलप्रभाजी के सान्निध्य में रखा गया। शिविर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों में संस्कार निर्माण शिविर के रूप में आयोजित किया गया जिसमें करीबन 68 बच्चों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया। शिविर समापन समारोह में साध्वीश्री लब्धियशाजी ने कहा कि सबसे कठिन है संस्कार का निर्माण, बिगडते भाव, भाषा, भूषण भोजन ने संस्कृति के संरक्षण पर प्रश्न‌चिह्न लगा दिया है। संस्कृति की सुरक्षा संस्कारों पर आधारित है। आप बच्चों को प्यार दे, उपहार दे मगर साथ में संस्कार दे वरना प्यार पोइजन बन जाएगा। साध्वी श्री गौरवप्रभाजी और साध्वी श्री कौशलप्रभाजी ने विविध घटनाओं और उदाहरणों से प्रेरणा प्रदान की। समस्त मंचासीन अतिथियों का स्वागत ज्ञानशाला संयोजिका वनिता बापना ने किया। भिक्षु बोधि स्थल अध्यक्ष श्रीमान हर्षलाल जी नवलखा ने शिविर के सफल आयोजन की प्रशंसा करते हुए अपने विचारो की अभिव्यक्ति दी। समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि श्रीमती आशा जी पालीवाल ने अपनी शांत वाणी में प्रेरणा दी। मुख्य अतिथि मेवाड़ आंचलिक संयोजिका नीताजी सोनी, क्षेत्रीय प्रभारी मधुजी रांका, विशेष आमंत्रित सदस्य मंजु जी बडोला और मंजु जी दक ने ज्ञानशाला के उत्तरोत्तर विकास की मंगलकामना के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए तथा सभी प्रशिक्षिकाओं एवं बच्चो की भूरि-भूरि प्रशंसा। ज्ञानार्थी प्रयाग बडोला, वेदांशी बडोला और तनय कावड़िया ने शिविर अनुभव सुनाए। बच्चों के अभिभावकों के भी लिखित रूप से शिविर के लिए सकारात्मक अनुभव के संदेश प्राप्त हुए। शिविर के प्रति सभी प्रशिक्षिकाओं के अनुभवों को सीमाजी चपलोत ने गीतिका के माध्यम से प्रस्तुत किया।
त्रिदिवसीय शिविर में मोटीवेशनल स्पीकर के रूप मे सेवा देने के लिए श्रीमान अभिषेक जी, पारूल जी भण्डारी, श्रीमान आर के जैन, श्रीमती ज्योत्सना जी पोखरना पधारे जिन्होंने बच्चो को सही जीवन जीने के गुर सिखाए। शिविर के अन्तर्गत प्रेक्षा ध्यान, आसन, गेम्स विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ जिसमे बच्चों ने बड़े ही उत्साह से भाग लिया और उन्हें पुरुस्कृत किया गया। इस समापन सत्र के अवसर पर सभा के उपाध्यक्ष ज्ञान‌मलजी मादरेचा ज्ञानशाला अल्पाहार अर्थ सहयोगी श्रीमान सागरमल जी दुग्गड, सभा के मंत्री श्रीमान सागरमल‌जी कावडिया, तेयुप के अध्यक्ष विकासजी मादरेचा, मंत्री प्रमोद जी कावडिया, दीपक जी चपलोत, लताजी मादरेचा, निर्मला जी चपलोत तेरापंथ महिला मण्डल अध्यक्षा सुधा जी कोठारी, नीना जी कावड़िया आदि की सम्माननीय उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम का कुशल संचालना मुख्य प्रशिक्षिका राजुला जी मादरेचा एवं आभार सह-संयोजिका नेकी जी बडाला ने किया। मीडिया प्रभारी पंकज जी मादरेचा का विस्मरणीय सहयोग रहा। शिविर संबंधित सभी व्यवस्थाओ में ज्ञान मल जी मादरेचा, अनिल जी मादरेचा, विमलजी बापना, मुकेशजी जैन का सराहनीय योगदान रहा। त्रिदिवसीय इस शिविर की सभी गतिविधियों में सभी ज्ञानशाला टीचर्स का विशेष सहयोग रहा। शिविर मे भाग लेने वाले सभी ज्ञानार्थियों तथा सभी प्रशिक्षिकाओं को भिक्षु बोधि स्थल की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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