दिनांक 05 अक्टूबर, 2024 को अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के निर्देशन में अणुव्रत समिति, बेंगलुरु द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का पंचम दिवस ‘नशामुक्ति दिवस’ वी.वी. पुरम स्थित महावीर धर्मशाला में जिनशासन प्रभाविका मधुर व्याख्यानी महासती चेतन्यश्रीजी के सान्निध्य में आयोजित हुआ।
अणुव्रत समिति अध्यक्ष देवराज रायसोनी के नेतृत्व में टीम द्वारा मंगलाचरण गीतिका की प्रस्तुति दी गई । मदनराज रायसोनी ने अणुव्रत एवं अणुव्रत नियमों की संक्षिप्त जानकारी दी। मुख्य वक्ता कन्हैयालाल चिप्पड़ ने मोबाइल नशे के अनेको तरह के दुष्परिणाम पर अपने विचार रखें।
साध्वीश्री चेतन्यश्रीजी ने प्रेरणा पाथेय देते हुए कहा कि द्वारका नगरी के विनाश का कारण मदिरा नशा था। जो नशा करेगा उसकी शान धुल जायेगी। जो दोस्त नशा प्रयास करने को कहता है, वह दोस्त नहीं दुश्मन होता हैं नशा ट्राइ ( प्रयास ) करने की कोशिश करता हैं उसकी पूरी जिंदगी क्रै ( रोना ) बन जाती है। कहानी के माध्यम से नशा मुक्त रहने की प्रेरणा दी। आचार्यश्री महाश्रमण जी के सरल स्वभाव, हसमुख चेहरा, तेरापंथ धर्म संघ की तेज प्रभावना कि प्रशंसा की।
वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रवक संघ, सेंट्रल के मंत्री महेंद्र मुणोत ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया एवं समिति निवर्तमान अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल ने सभी के प्रति आभार माना। इस अवसर पर उपाध्यक्षा श्रीमती शांति सकलेचा, मंत्री हरकचंद ओस्तवाल, सहमंत्री प्रवीण बोहरा, संगठन मंत्री निर्मल पोकरण, समिति से श्रीमती वीणा पोरवाल, सुमित्रा बरडिया, मीना रायसोनी, कविता जैन सहित स्थानकवासी संघ के पदाधिकारीगण एवं श्रावक श्राविकाओं की भरपूर उपस्थिति रही। व.स्था.जैन.श्रा.संघ के अध्यक्ष अशोक रांका, मंत्री एवं मुख्य अतिथि का समिति द्वारा सम्मान किया गया।
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