साध्वी श्री काव्यलताजी के सान्निध्य में ‘प्रमोद भावना’ समारोह का आयोजन किया गया। तेरापंथ सभा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य था स्व. सम्पतलालजी जी पगारिया की पुण्य स्मृति में उनके सुपुत्र श्री प्रवीण जी व अशोकजी पगारिया द्वारा गुरु दर्शनार्थ लगभग ढाई सौ व्यक्तियों का संघ श्री चरणों में पहुंचा। ससंघ गुरुदेव से पुरजोर प्रार्थना की अधिक से अधिक समय अमराईवाड़ी में विराजने की कृपा कराएं। पूज्यप्रवर से शक्ति, ऊर्जा प्राप्त कर पुनः संघ अमराईवाड़ी पहुंचा।
इस अवसर पर साध्वीश्री काव्यलता जी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा-तेरापंथ धर्म संघ ऐसा धर्म संघ है जहां चहुंमुखी विकास होता है। श्रावक समाज भी संघ समर्पित और जागरूक है। पिताजी द्वारा प्रदत्त संरकारों की बदौलत है कि प्रवीणजी व अशोक भी गुरु भक्त, संघ भक्त व उदारमना श्रावक है। समय-समय पर सामाजिक कार्यक्रमों में भी उदारता का परिचय देते है। इनका पूरा परिवार संस्कारी परिवार है। ऐसे व्यक्तियों का गुणानुवाद कर हम भी अपने गुणों का विकास कर सकते है। आज के इस प्रमोद भावना कार्यक्रम में दोनों भाइयों के प्रति यह मंगल कामना करती हूँ कि उत्तरोत्तर आपकी संघीय भावना बढ़ती रहे। संघ व संघपति के प्रति समर्पित बने रहे।
तेरापंथ समाज द्वारा उत्साह से मनाये जाने वाले इस कार्यक्रम में पश्चिम अहमदाबाद से पधारी हुई साध्वी श्री सहजयशा जी के प्रति साध्वी काव्युलता जी ने प्रमोद भावना व्यक्त करते हुए गीत का संगान कर उनका स्वागत किया। साध्वी श्री मधुस्मिताजी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापीत की।
इस अवसर पर साध्वीश्री सहजयशाजी व साध्वी ज्योतियशा जी ने भी अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। सभा,युवक परिषद, महिला मंडल अमराईवाड़ी द्वारा पगारिया परिवार का शिल्ड,शाल माला से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में चंदनमलजी ओस्तवाल, दिनेशजी चंडालिया, निर्मलजी ओस्तवाल, पुखराजजी कुकड़ा, शांतिलालजी चपलोत ने अपनी भावनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप अध्यक्ष मुकेश सिंघवी ने किया। आभार ज्ञापन प्रवीणजी पगारिया ने किया।