जीवन विकास के अनेक घटक हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बिंदू है-अनुशासन। अनुशासन जीवन जीने की कला है जिसे आत्म संयम के साथ साधी जा सकती है। यह प्रेरणा दी तेरापंथ सेवाकेन्द्र व्यवस्थापिका शासनश्री साध्वीश्री कुंथुश्री जी ने और मौका था अणुव्रत उदबोधन सप्ताह के छठें दिन अनुशासन दिवस कार्यक्रम का। कार्यक्रम के प्रभारी के.एल. जैन ने बताया कि मंगलाचरण से शुरू कार्यक्रम में साध्वीश्री ने सान्निध्य देते हुए अनुशासन को सामूहिक जीवन में अनिवार्यता बताया एवं आचार्यश्री तुलसी द्वारा प्रदत प्रेरणा निज पर शासन फिर अनुशासन की व्याख्या करते हुए अनुशासन का अभ्यास स्वंय से शुरू करने को कहा।
इस अवसर पर महिला मंडल की और से संगीता देवी बोथरा ने विचार रखे एवं स्थानीय अणुव्रत समिति मंत्री रणवीर सिंह खीची ने उदबोधन सप्ताह के तहत हो रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। समिति उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी ने आभार जताते हुए सप्ताह के अंतिम दिन सोमवार को जीवन विज्ञान दिवस के रूप में मनाए जाने की जानकारी दी। जीवन विज्ञान दिवस कार्यक्रम के प्रभारी समिति सदस्य पवन सेठिया एवं विक्रम मालू होेंगे।
