अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का पंचम दिवस 5.10.2024 नशा मुक्ति दिवस के रूप में आदर्श प्राथमिक शाला में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अणुव्रत गीत से की गई। मुख्य वक्ता पायल जी चौरडिया ने नशे पर बहुत सी बातों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नशा नाश का द्वार है और बच्चे देश का उज्ज्वल भविष्य है जब नींव मजबूत होगी तो ही देश का भविष्य सुदृढ़ होगा। नशा करने से शारीरिक मानसिक और आर्थिक सभी तरह की प्रताड़ना सहनी पड़ती है। नशा वो धीमा जहर है जो इंसान के इंटरनल पार्ट्स को भी को डैमेज करता है जो नशे की गिरफ्त में होता है वह दूरदर्शी सोच वाले नहीं हो पाते हैं इसके लिए हमारी सरकार भी भरपूर प्रयास कर रही है जिससे बच्चों में नवीनता का संचार हो और इस नशे की गिरफ्तार से वह दूर रहकर खुद का और देश का भविष्य उज्ज्वल बना सके। सरकार समय-समय पर शिक्षा और खेलकूद के अभियान चलाती रहती है एक सर्वे में पूछा गया लोग नशा करते ही क्यों हैं तो उन्होंने बताया कि कुछ समय के लिए हम अपने जीवन की कठिनाइयों को खुद से दूर करना चाहते हैं और यह भारत देश आध्यात्मिक ऋषि मुनियों का देश है जहां पर ऋषि मुनियों ने कहा है और अणुव्रत अनुशासता बार-बार फरमाते हैं, दूसरों को नहीं स्वयं को पहचानो तो ही जीवन सार्थक और मूल्यवान बन सकेगा इस सार्थकता को पहचानना जरूरी है इसके लिए हमें नशा छोड़ना अनिवार्य है। प्रिंसिपल सर भावेश लाड़ ने कुशल संचालन किया। कार्यक्रम में 141 बच्चों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
