अभातेयुप के षष्टिपूर्ति के अवसर पर स्थानीय तेरापंथ भवन में परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं जैन संस्कारक श्री पानमल जी नाहटा ने नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुवात की। उपस्थित तेयुप साथियों द्वारा ’विजय गीत’ का संगान किया गया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन तेयुप के संस्थापक अध्यक्ष श्री मोहनलाल जी सिंघी ने किया जिसे उपस्थित सदस्यों द्वारा दोहराया गया।
परिषद अध्यक्ष विकास नौलखा ने उपस्थित सभी पूर्व अध्यक्ष, मंत्रीगण एवं प्रबंधन मंडल के सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा के पूर्व अध्यक्ष, मंत्री एवं उनकी पूरे कार्यकारिणी द्वारा परिषद को इतनी अच्छी तरफ से अभिसिंचित किया गया है कि यह सबके लिए प्रेरणा है।
परिषद मंत्री चिराग जी सिंघी ने परिषद द्वारा जो भी गतिविधियों हो रही है उसको बहुत ही सुंदर ढंग से संक्षेप मे सभी को बताया।
परिषद के संस्थापक अध्यक्ष मोहनलाल जी सिंघी ने कहा की युवा समाज की रीड की हड्डी है। यह अगर सुरक्षित है तो। समाज को फिक्र करने की कोई भी जरूरत नहीं है।
पूर्व अध्यक्ष हनुमान मल जी नौलखा ने कहा की चारित्रात्माओं के सान्निध्य मे कोई भी कार्यक्रम आयोजित हो तो कार्यकारिणी के सदस्य ज्यादा से ज्यादा अवश्य उपस्थित रहें।
पूर्व अध्यक्ष पानमल जी नाहटा ने कहा की किशोर मंडल के सदस्यों पर परिषद को विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि इन्हीं को आगे परिषद मे कार्य करना होगा । पूर्व अध्यक्ष राजकुमार जी सेठिया ने कहा की आज का युवा खेल कूद, कसरत, मॉर्निंग वॉक की ओर ज्यादा आकर्षित है तो परिषद को भी कुछ ना कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे सदस्य आपस में ज्यादा से ज्यादा एक दूसरे से मिलते रहें।
पूर्व अध्यक्ष मालचंद जी सिंघी ने कहा की समाज के हर कार्य में युवाओं को ज्यादा जोड़े। पूर्व अध्यक्ष हनुमान जी सिंघी ने सभी युवाओं से समय पर उठने ओर समय के महत्व को समझने के साथ समय पर सभी कार्य करने की सलाह दी
पूर्व अध्यक्ष दिलीप जी बिनायकिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की अगर हमें हमारा भविष्य सुधारना है तो हमें हमारे वर्तमान को अच्छा बनाना होगा क्योंकि हमारा आज अच्छा होगा तभी हमारा कल भी अच्छा होगा । पूर्व अध्यक्ष मुकेश जी सेठिया ने चरितात्माओ के प्रवास के दौरान युवाओं की उपस्थिति ज्यादा से ज्यादा हो इस पर ध्यान देने को कहा। पूर्व मंत्री बिमल जी बेद ने वर्तमान मोबाइल एडिक्शन पर अपने विचार व्यक्त किए।
तेयुप, कटक के 29 में से 15 भूतपूर्व अध्यक्षों ने कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज कराई और अपने अमूल्य सुझाव, विचार परिषद के उत्थान के लिए बताए। उपस्थित सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और आगे भी ऐसे कार्यक्रमों को करने की बात की। कार्यक्रम का कुशल संचालन परिषद के मंत्री चिराग जी सिंघी ने किया। आभार ज्ञापन परिषद के धम्मजागरण प्रभारी कमल जी बैद ने किया।
