अररिया कोर्ट स्थित तेरापंथ सभा भवन में मुनिश्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ ठाणा-2 के पावन सान्निध्य में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का शुभारंभ प्रथम दिन श्सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनिश्री के द्वारा महामंत्रोच्चार के साथ हुआ। तत्पश्चात मुनि श्री विकास कुमार जी के द्वारा ‘अणुव्रत गीत’ से मंगलाचरण किया गया। मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ ने अणुव्रत प्रवर्तक आचार्य श्री तुलसी पर आधारित ‘असली आजादी अपनाओ’ पर सुमधुर ध्वनि के साथ के साथ भावपूर्ण गीतिका प्रस्तुत कर उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष भंवरलाल जी बेगवानी ने उपस्थित सभी अतिथियों का भावपूर्ण स्वागत करते हुए आचार्य श्री तुलसी का अमूल्य अवदान अणुव्रत पर अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ ने अपने मंगल पाथेय में आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सन् 1947 में जब देश मस्ती से आजादी के गीत गा रहा था। उस समय आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया। अणुव्रत का स्वरूप असाम्प्रदायिक है। यह जाति, वर्ग और सम्प्रदाय से बंधा हुआ नहीं है। कोई भी व्यक्ति इसे जीवन का अंग बना सकता है। अणुव्रत धर्मनिरपेक्ष, सार्वभौमिक है। किसी भी जाति, लिंग, भेद, भाव, का धर्म नहीं है, कोई भी धर्म के अनुयायी इसे अपना सकता है। मुनिश्री ने कहा कि यह धर्म, सम्प्रदाय के नियमों में जकड़ा हुआ नहीं है। यथार्थतःधर्म और सम्प्रदाय एक नहीं हैं। इस संदर्भ में आचार्य श्री तुलसी ने सूत्र दिया -‘सम्प्रदाय भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, किन्तु धर्म कभी भिन्न नहीं होता, वह एक ही होता है।
उन्होंने अणुव्रत के माध्यम से असाम्प्रदायिक धर्म की व्याख्या प्रस्तुत करते हुए धर्म की तुलना फल और सम्प्रदाय की तुलना केले के छिलके से की। केले का फल का छिलका उसके भीतरी भाग की सुरक्षा के लिए होता है। इसी प्रकार सम्प्रदाय भी धर्म को जन-जन तक पहुँचाने का एक साधन बनता है, किन्तु धर्म सम्प्रदाय नहीं है। अणुव्रत मंच का कुशल व सफल संचालन अणुव्रत समिति के मंत्री नितिन दूगड़ द्वारा किया गया। अणुव्रत समिति के पूर्व उपाध्यक्ष श्री महावीर जी अग्रवाल, पूर्व कोषाध्यक्ष अध्यक्ष श्री नरेंद्र जी हीरावत, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष सरिता बेगवानी ने सांप्रदायिक सौहार्द दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सरिता बेगवानी, मंत्री सुरभि दूगड़, सहमंत्री कांता बेगवानी, कोषाध्यक्ष माला छाजेड ने आचार्य श्री तुलसी पर आधारित ‘जय जय, अणुव्रत- 3, जय तुलसी पर’ भावपूर्ण गीतिका की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का आभार अणुव्रत समिति के अध्यक्ष श्री भंवरलाल जी बेगवानी ने किया। कार्यक्रम का समापन मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ के मंगल पाठ से हुआ।
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