अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेयुप द्वारा तेरापंथ भवन, गंगाशहर में ’मंथन: कल आज और कल’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सभी का स्वागत कन्या मंडल की बहिनों द्वारा तिलक से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन श्री जतन जी दुगड़ द्वारा किया। स्वागत वक्तव्य तेयुप गंगाशहर के वर्तमान अध्यक्ष महावीर जी फलोदिया द्वारा दिया गया एवं कार्यक्रम की सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की गई।
आसकरण जी पारख, जैन लुणकरण जी छाजेड़, जतनलाल जी दुगड, किरण चन्द जी डागा, विमल सिंह जी चौरड़िया, राजेन्द्र जी नाहटा, ललित जी मरोटी, जतनलाल जी संचेती, धर्मेन्द्र जी डाकलिया, रतनलाल जी छलाणी, मनोज जी सेठिया, मनीष जी बाफना, राजेन्द्र जी बोथरा, अभातेयूप साथी पीयुष जी लुणिया एवं विजेन्द्र जी छाजेड़, पवन जी छाजेड़, अरुण जी नाहटा एवं तेयुप गंगाशहर का सम्पूर्ण प्रबंध मंडल उपस्थित रहा।
तेयुप गंगाशहर के प्रबंध मंडल ने अभातेयुप के त्रिआयमी उद्देश्य सेवा, संस्कार एवं संगठन के अंर्तगत विभिन्न आयामों की जानकारी साझा की एवं उपस्थित सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।
जतन जी दुगड़ ने कहा कि शनिवार की सामायिक करने के लिए सभी युवाओं को प्रेरित किया जाए। विमल जी चौरड़िया ने कहा टीटीएफ आयाम के अंतर्गत फायर संबंधी ट्रेनिंग के लिए उनका पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। नेत्रदान आयाम के अंतर्गत जैन लूणकरण छाजेड़ ने विचार व्यक्त किया कि चिकित्सकों की टीम को व्याख्यान में आमंत्रित किया जाए एवं देह दान के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत की जाए। अभातेयुप साथी मनीष जी बाफना ने सुझाव दिया कि जो भी पूर्व अध्यक्ष मंत्री हैं उनके साथ समय-समय पर मंथन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं तथा अच्छे वक्ता तैयार किए जाए। ’धर्मेंद्र जी डाकलिया’ ने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि जैन संस्कार विधि से सामूहिक जन्मोत्सव की शुरुआत सबसे पहले गंगाशहर में हुई तत्पश्चात अभातेयुप ने भी यह क्रम शुरू किया। हर माह सामूहिक जन्मोत्सव किया जाए। पवन जी छाजेड़ ने कहा कि टीटीएफ शिविर के लिए समय एवं स्थान निश्चित करें एवं उसकी व्यवस्थाओं में उनका पूर्ण सहयोग रहेगा एवं हर महिने टीटीएफ की निरंतर ट्रेनिंग हो जिससे लोग इसके प्रति जागरूक हो। जतन जी संचेती ने कहा कि शांति निकेतन के नवीनीकरण के पश्चात् तेरापंथ युवक परिषद्, गंगाशहर को कार्यालय के लिए उचित स्थान दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम की सफल संयोजना में पीयूष जी लुणिया, विजेंद्र जी छाजेड़ एवं गंगाशहर के प्रबंध मंड़ल का विशेष श्रम नियोजित हुआ। कार्यक्रम का संचालन मंत्री भरत जी गोलछा एवं आभार ज्ञापन उपाध्यक्ष प्रथम ललित जी राखेचा द्वारा किया गया।
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