समणी सौम्यप्रज्ञाजी, समणी ख्यातिप्रज्ञाजी, समणी अभयप्रज्ञाजी एवं समणी स्वातिप्रज्ञाजी के सान्निध्य में कांदिवली तेरापंथ भवन में भगवान महावीर का 2624वां जन्मोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम से पूर्व भगवान महावीर के नारों से गूंजम करते हुए रैली निकाली गई जो कि आशा नगर होते हुए तेरापंथ भवन पहुंची जिसमें अच्छी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत सभा अध्यक्ष ज्ञानमल भंडारी के स्वागत भाषण से की गई।
मंगलाचरण पलक हिरण के गीत ‘नमन श्रद्धा से करूं, भाव से पल पल समरू’ के द्वारा किया गया।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए समणी स्वातिप्रज्ञा जी ने कहा कि सफलता प्राप्त करने से पहले हम योग्यताएं हासिल करें तभी हम लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। समणी अभयप्रज्ञा जी ने गीत ‘जीया कब-तक उलझेगा संसार विकल्पों में’ संघान किया। कार्यक्रम में भिक्षु स्वामी जी कि तेरस निमित्त भिक्षु भक्ति का आयोजन भी किया गया।
भिक्षु भक्ति की शुरुआत संगायक अशोक हिरण ने अपने भजन ‘तेरापंथ रो भाग्य विधाता श्रमण संघ रो सक्षम दाता….ओ माने सिरीयारी रो संत प्यारो-प्यारो लागे’ व संगायिका भारती सेठिया ने गीत ‘केलवा के योगी लो प्रणाम मेरा’ व ‘तेरस री है रात बाबा आज थ्हाने आणो है’ की सुंदर प्रस्तुति दी। तत्पश्चात जय महावीर भगवान कि स्तुति की गई। आभार ज्ञापन तेयुप अध्यक्ष राकेश सिंघवी ने किया।
