अणुव्रत विश्व भारतीय के तत्वावधान में अणुव्रत समिति, आमेट द्वारा 77वां अणुव्रत स्थापन दिवस कार्यक्रम तुलसी अमृत विद्यापीठ हिंदी व इंग्लिश मीडियम में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पवन कच्छारा द्वारा अणुव्रत गीत संयममय जीवन हो से हुआ। अणुव्रत समिति अध्यक्ष रेणु जी छाजेड़ ने स्वागत भाषण में कहा कि हम सब भारत के नागरिक हैं, चाहे बड़े हों, चाहे छोटे हम सब भारतीय हैं। अपने देश की मशीन के पुर्जे हैं। हर पुर्जे को अपना काम करना है। अपना काम ईमानदारी व निष्ठा से करना है। महेंद्र जी बोहरा ने अणुव्रत के 11 नियमों को पालना करने का संकल्प करवाया। विशेष भोजन को झूठा ना छोड़े इतना ही ले थाली में व्यर्थ ना जाऐ नाली में। प्रधानाचार्य महोदय प्रह्लाद जी शर्मा ने अणुव्रत स्थापना दिवस पर अपने विचारों से अणुव्रत छोटे-छोटे नियमों को अपने जीवन में उतारकर जीवन को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर अणुव्रत समिति मंत्री अनीता जी छाजेड़, उपाध्यक्ष चेतना जी डांगी की उपस्थित रही। कार्यक्रम के बीच में विद्यार्थियों को प्रश्न पूछे गए थे। उसका उत्तर देने वाले को सम्मानित किया गया। आभार ज्ञापन हिंदी मीडियम प्रधानाध्यापक महोदय केवल सर ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन रितु जी ढिलिवाल ने किया। संस्था द्वारा प्रिंसिपल सर का ऊपरणा द्वारा सम्मान किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिषद अध्यापक व लगभग 750 बच्चों की उपस्थिति रही।
