मुनिश्री अर्हत कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में तेरापंथ सभा, खामगांव द्वारा टूटते रिश्ते-बिखरते परिवार कार्यशाला का आयोजन नेशनल हायस्कूल ग्राउंड में दिनांक 16 फरवरी, 2025 को सांय 7.12 बजे किया गया। मुनिश्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि धरती पर स्वर्ग तब उत्तर आता है जब किसी परिवार में खुशहाली छाई रहती है। प्रेम की सुवास महकती है। आनंद की छटा बिखरती है, वह घर घर नहीं स्वर्ग बन जाता है। दुनिया में सात वार होते हैं पर ये सातों वार तभी खुशहाल होते हैं जब आठवां वार परिवार खुशहाल हो। आज के इस भौतिक परिवेश में परिवार में विघटन एक चिंताजनक समस्या बना हुआ है। यदी हम अपने परिवार को आदर्श परिवार का रूप देना चाहते हैं तो अपने चिंतन में सकारात्मकता लाना जरूरी है। एक-दूसरे के प्रति प्रांजल भावना रखें। स्नेह, समर्पण, सामंजस्य व सहयोग इन चार मजबूत स्तंभों पर आदर्श परिवाररूपी महल खड़ा होता है। अहं की दीवार को बीच में न खड़ी होने दें वरना एक दिन यह सोचकर रिश्तों को खो देंगे कि वो मुझे याद नहीं करता तो मैं क्यों करूँ। जिस परिवार में बड़ों का सन्मान व छोटों को वात्सल्य दिया जाता है वहां शांति की बहार चला करती है। रिश्ते में स्वार्थ की खटास ना आने दें। शंका को दिल में स्थान ना दे। एडजस्टमेंट करना सीखे। हमें अपने जीवन में तीन फैक्ट्री खोलनी चाहिए। पहले आइस फैक्ट्री मस्तिष्क में। शुगर फैक्ट्री अपनी जुबान में। लव फैक्ट्री अपने दिल में। प्रेम में घर को स्वर्ग बनाने की बुनियाद स्थित है। हम एक-दूसरे के पूरक बनकर अपने जीवन में और परिवार में खुशाल वातावरण बनाने का प्रयास करें।
मुनिश्री भरत कुमार जी ने कहा कि परिवार में संवाद होना चाहिए हर चीज के दो पक्ष होते हैं-सकारात्मक और नकारात्मक। हम इन दोनों के मध्य एक व्यवस्था स्थापित करें। बाल संत जयदीप कुमार जी ने कहा कि समझ, समर्पण और स्नेह की त्रिवेणी जहां बहती है वहां हमेशा आनंद की स्वर लहरियां थिरकती हैं। कार्यक्रम के अतिथि नामदार पालक मंत्री आकाश दादा फुंडकर ने कहा कि आज पारिवारिक जटिल समस्या समाज में व्याप्त हो गई है, मैं मुनिश्री जी का आभार ज्ञापन करता हूं कि उन्होंने ऐसा कार्यक्रम कर खामगांव के अंदर एकता की नई लहर लहरा दी है। तत्पश्चात खामगांव महिला मंडल, कन्या मंडल के द्वारा रोचक एवं भावपूर्ण नाटिका की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सकल हिंदू परिषद का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के लिए नेशनल स्कूल के संचालक दिनेश संघवी, मनोज नागडा ने स्कूल का मैदान उपलब्ध करवाने के लिए सहयोग रहा। श्री हरि लॉन्स के संचालक दामोधर पांडे एवं कैलाश गुरव ने साउंड व्यवस्था को बहुत ही सुन्दर तरीके से करवाई। कार्यशाला को सफल बनाने के लिए प्रमोद अग्रवाल, देवेश भगत, नरेंद्र सकलेचा, हिरेन लोड़ाया, रवि जोशी, संजय छल्लाणी, सुरेश चोपड़ा, प्रवीण चोपड़ा, विनोद चोपड़ा, नरेश चोपड़ा, निखिल चोपड़ा, तेजस छल्लाणी ने प्रयास किए। आभार ज्ञापन खामगांव अध्यक्ष श्री सुरेश जी चोपड़ा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्री करण जी चोपड़ा ने किया।
