अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार तेरापंथ महिला मंडल, बालोतरा द्वारा आधुनिक जीवन शैली और पारिवारिक संस्कार सह-अस्तित्व या संघर्ष विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन साध्वीश्री रतिप्रभा जी ठाणा-6 के सान्निध्य में न्यू तेरापंथ भवन में किया गया। महिला मंडल मंत्री रेखा बालड़ ने बताया कि नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला देवी संकलेचा ने स्वागत कर इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
साध्वीश्री मेघप्रभा जी ने विषय पर कहा कि हमारी जीवन शैली बताती है कि हमारे भीतर अच्छे संस्कार हैं या नहीं। अच्छे संस्कारों से परिवार के भीतर सह-अस्तित्व वातावरण का निर्माण होता हैं। यदि अच्छे संस्कार नहीं हों तो आपस में सदैव संघर्ष ही चलता रहता है। मर्यादित जीवन शैली लाखों वर्ष तक जिंदा रहती है और आधुनिक जीवन शैली फैशन के हिसाब से बदलती रहती है। आधुनिक जीवन शैली का सबसे बड़ा अभिशाप सोशल मीडिया है। पहले लोग कम पढ़े-लिखी थे तो श्रद्धा ज्यादा थी और तर्क कम था। आज के लोगों में तर्क ज्यादा है और श्रद्धा, संस्कार कम। यदि सुंदर जीवन का निर्माण करना है तो हमें सदैव आधुनिक जीवनशैली और संस्कारों के बीच सामंजस्य करना सीखना होगा ताकि कभी भी संघर्ष ना करना पड़े। इस विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता में काफी बहनों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। निर्णायक के रूप में अभातेममं सदस्य एवं मारवाड़ क्षेत्र प्रभारी मीना जी ओस्तवाल एवं कविता जी सालेचा उपस्थित हुए। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर चेतना चोपड़ा, द्वितीय स्थान पर श्रेष्ठा लुक्कड़ एवं रुचिका तातेड़ रहे। सभी बहनों को महिला मंडल की ओर से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन संगठन मंत्री पिंकी सालेचा ने किया। आभार ज्ञापन मंत्री रेखा बालड़ ने किया। इस अवसर पर महिला मंडल परामर्शक विमला देवी लुक्कड़, उपाध्यक्ष चंद्रा जी बालड़, चंचल जी भंडारी, सहमंत्री रेखा श्री श्रीमाल, रेखा भंडारी, निवर्तमान अध्यक्ष अयोध्या देवी ओस्तवाल, कन्या मंडल प्रभारी जय श्री बरडिया, पूर्व अध्यक्ष सहित लगभग 70 बहिनें इस कार्यक्रम में उपस्थित हुई।
