अभातेयुप के इस महनीय आयाम की कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ भवन, शाहीबाग में मुनिश्री धर्मरुचि जी, मुनिश्री डॉ. मदनकुमारजी, मुनिश्री जम्बूकुमरजी एवं मुनिश्री मननकुमारजी के सान्निध्य में विधिवत शुभारंभ हुआ। विजय गीत एवं श्रावक निष्ठा पत्र के वाचन के पश्चात तेयुप, अहमदाबाद के अध्यक्ष पंकज जी घीया ने अपने स्वागत वक्तव्य में संपूर्ण समाज का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
मुख्य वक्ता मुनिश्री डॉ. मदनकुमार जी ने विस्तृत रूप में भिक्षु विचार दर्शन की मूल बातें उपस्थित श्रावक समाज के सामने रखीं और हर जिज्ञाषा का उचित समाधान भी किया। सभी ने कार्यशाला के आयोजन के लिए अभातेयुप और तेयुप, अहमदाबाद की सराहना करते हुए भविष्य में ऐसी और कार्यशालाओं का आयोजन करने के लिए कहा। कार्यशाला को सफल बनाने में कुलदीप नवलखा, रोहित कोठारी एवं राहुल बालर का विशेष श्रम रहा।
कार्यक्रम में अहमदाबाद अभातेयुप परिवार के साथीगण, तेयुप, अहमदाबाद के अध्यक्ष पंकज जी घीया, मंत्री जय छाजेड़ एवं पदाधिकारी गण, विभिन्न सभा-संस्थाओं के पदाधिकारी गण, समाज के गणमान्य व्यक्तियों की एवं संभागियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। अंत में तेयुप, अहमदाबाद के कोषाध्यक्ष कुलदीप नवलखा ने आभार ज्ञापन किया। तत्पश्चात मुनिश्री धर्मरुचि जी के मुखारबिंद से मंगलपाठ से कार्यशाला का समापन हुआ।
