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ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का आयोजन : दिल्ली

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संस्कार बोध यात्रा का आयोजन दो सत्रों में साध्वीश्री डॉ. कुंदनरेखा जी ठाणा -3 के पावन सान्निध्य में अणुव्रत भवन में किया गया। साध्वीश्री के मुखारबिंद से नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तत्पश्चात मंगलाचरण में प्रशिक्षिकाओं द्वारा बहुत ही सुंदर गीतिका का संगान किया गया।
विगत वर्ष का प्रतिवेदन साध्वीश्री को भेंट किया गया तथा प्रतिवेदन का वाचन दिल्ली ज्ञानशाला संयोजक श्री महिम बोथरा द्वारा किया गया।
साध्वीश्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि अच्छे कार्यों के साथ आत्मिक गुणों का विकास करें। हमारा जीवन प्रेक्टिकल रहे। सेवा भावी बने। अच्छे बच्चे-सच्चे बच्चे बनकर व्यसन मुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी। साध्वीश्री ने कहा कि आप सभी प्रशिक्षिकाओं का सौभाग्य है कि आप सब ज्ञानशाला से जुड़कर तेरापंथ धर्मसंघ में सेवा दे रही हैं। ज्ञानशाला संचालक संस्था जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, दिल्ली के महामंत्री श्री प्रमोद जी घोड़ावत ने उपस्थित होकर सब का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में ज्ञानशाला प्रकोष्ठ केंद्रीय समिति सदस्या एवं ज्ञानशाला परामर्शक श्रीमती सरोज जी छाजेड़, दिल्ली ज्ञानशाला के परामर्शक श्री रतन लाल जी जैन एवं श्रीमती मनफूल जी बोथरा ने वार्षिकोत्सव की शुभकामनाएं दी। संयोजकीय टीम, ज्ञानशाला परिवार, दिल्ली सभा के अनेक पदाधिकारी गण, विभिन्न सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण, नोएडा से क्षेत्रीय संयोजिका श्रीमती कविता जी लोढ़ा, फरीदाबाद से क्षेत्रीय संयोजक श्री राजेश जी जैन, ज्ञानशाला फरीदाबाद के संयोजक श्री भरत जी बेगवानी एवं श्रावक समाज की गरिमामयी उपस्थिति रही। वार्षिकोत्सव के प्रायोजक श्रीमती रेखाजी, अनिल जी बैद (राजलदेसर-दिल्ली) रहे।
ज्ञानशाला दिल्ली के 12 केंद्रो के ज्ञानार्थियों ने योगा, सोशल मीडिया एवं एक्शन सॉन्ग की मनमोहक प्रस्तुति दी, जिसे उपस्थित परिषद् ने खूब सराहा एवं ॐ अर्हम की ध्वनि से बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
Gyanshala got talent के अंतर्गत ऐतिहासिक कथाओं के नाटकीय रुपांतरण के तीन वीडियो दिखाए गए जो ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा तैयार किया गए थे। इन प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। बच्चों की Drawing प्रदर्शनी एवं Selfie point आकर्षण का केंद्र बनी रही।
दूसरे सत्र में वर्ष भर में अपनी सेवाएं ज्ञानशाला को प्रदान करने हेतु ज्ञानशाला परिवार को सम्मानित किया गया। दिल्ली ज्ञानशाला संयोजक श्री महिम बोथरा द्वारा सह-संयोजक के रूप में श्री अशोक जी सेठिया की नियुक्ति की गई। प्रथम सत्र का कुशलतापूर्वक मंच संचालन ज्ञानार्थी लक्ष्य सेठिया और अर्हम बेताला ने किया। द्वितीय सत्र का मंच संचालन सह-संयोजिका श्रीमती श्वेता हिरावत द्वारा किया गया। आभार ज्ञापन दिल्ली ज्ञानशाला सह-संयोजक श्री मनीष पुगलिया ने किया। साध्वीश्री द्वारा मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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