जय महाश्रमण भगवान।
तव चरणों में अर्पित मेरे तन मन प्राण।
जन्मभूति सरदार शहर में दूगड़ कुल विख्यात।
तुलसी महाप्रज्ञ गुरु पाये कृपा निधान।।
जिनशासन यश झण्डी शिखरों फहराई।
कल्याणी वाणी से जग पाता परित्राण।।
करूणा रस से भीगा रोम-रोम तेरा।
तेरापंथ अधिनायक! करूं सतत सम्मान।।
दीक्षा कल्याणक दिन गणवन में पुलकन।
प्रमुदित मन गुण गाऊं भक्ति भरा संगान।।
लेटेस्ट न्यूज़
जैन संस्कार विधि से जन्मोत्सव समारोह : बीरगंज
|
जैन संस्कार विधि से मासखमण तप संपूर्ति अनुष्ठान संस्कार का आयोजन : लिलुआ
|
शारीरिक स्वस्थता कार्यशाला का आयोजन : आमेट
|
अध्यात्म शक्ति ही सर्वाेपरि शक्ति : सिरियारी
|
श्रीउत्सव का आयोजन : घाटकोपर-मुंबई
|
टीपीएफ मुंबई (ज़ोन) एवं 4 शाखाओं का शपथ ग्रहण “पहचान” एवं हृदय रोग संबंधी चिकित्सा सेमीनार का आयोजन : मुंबई
|