बालोतरा के न्यू तेरापंथ भवन में तेरापंथ महासभा और राष्ट्रीय ज्ञानशाला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन शासनश्री साध्वीश्री सत्यप्रभा जी ठाणा-चार की पावन प्रेरणा से किया गया। मुख्य प्रशिक्षिका रानी बाफना ने बताया कि सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी द्वारा अर्हम-अर्हम की वंदना से मंगलाचरण किया गया। संयोजक मोहन जी बाफना ने प्रतियोगिता के निर्णायक राष्ट्रीय ज्ञानशाला प्रकोष्ठ मारवाड़ आंचल के सह-प्रभारी मनोज जी ओस्तवाल और युवक परिषद के सदस्य हितेंद्र जी छाजेड़, प्रशिक्षकों और बच्चों का स्वागत किया। भाषण प्रतियोगिता दो कैटेगरी में की गई। प्रथम चार से आठ वर्ष के बच्चों के लिए जिनका विषय था-गणतंत्र दिवस की विशेषता। दूसरी कैटेगरी में 9 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए जिनका विषय था-स्वच्छ भारत अभियान। सांस्कृतिक प्रोग्राम के प्रभारी मीना जी ओस्तवाल, नीतू जी श्रीश्रीमाल और जिनल जी चोपड़ा ने बताया कि बालोतरा में 11 जगह ज्ञानशाला चलती है। शुक्रवार को सभी जगह भाषण प्रतियोगिता रखी गई उसमें 73 बच्चों ने भाग लिया, उसमें से 25 बच्चे फाइनल राउंड में पहुंचे। उनमें से बड़े बच्चों में प्रथम स्थान आयुष गोलछा, द्वितीय स्थान मोक्ष बालड, तृतीय स्थान आरवि श्रीश्रीमाल का रहा। छोटे बच्चों में प्रथम स्थान पूर्व बालड, द्वितीय स्थान परिधि श्रीश्रीमाल, तृतीय स्थान डिंपल काकरिया का रहा। निर्णायक गण द्वारा विजेता को सम्मानित किया गया और सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया। मारवाड़ अंचल के सह-प्रभारी मनोज जी ओस्तवाल ने कहा कि बच्चों ने बहुत अच्छी मेहनत की है, ऐसी प्रतियोगिता के द्वारा ही बच्चों के हुनर बाहर आते हैं और हम उन्हें पहचान पाते हैं बच्चों को ज्यादा से ज्यादा सभी के साथ आई कांटेक्ट करके प्रतियोगिता में भाग लेने को कहा। हितेंद्र जी छाजेड़ ने भी बच्चों को बहुत शाबाशी दी और देशभक्ति गीत भी सुनाया। शिशु संस्कार के केंद्र व्यवस्थापिका कविता जी सालेचा सालेचा ने शिशु संस्कार परीक्षा का परिणाम सुनाया। 189 बच्चों में से सभी बच्चों का सत-प्रतिशत रिजल्ट रहा काफी बच्चों ने 100 में से 100 अंक प्राप्त किया। गणतंत्र दिवस पर सभी ने ध्वज को सलामी दी। इस कार्यक्रम में उप-संयोजक संदीप जी रेहड अयोध्या देवी ओस्तवाल प्रशिक्षक परीक्षा केंद्र व्यवस्थापिका विमला जी संकलेचा पूर्व मुख्य प्रशिक्षिका उर्मिला जी सालेचा सहित लगभग 30 प्रशिक्षक और 200 ज्ञानार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन मीनाजी ओस्तवाल और नीतू जी श्रीश्रीमाल ने किया। आभार ज्ञापन मुख्य प्रशिक्षिका रानी बाफना ने किया। अंत में सभी को लड्डू वितरण किए गए।
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