दिनांक 16.1.25 अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं, मदुरै द्वारा प्रेक्षाध्यान के दूसरे चरण में ’कार्याेत्सर्ग (The best remedy to relieve stress) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ मंडल की बहनों द्वारा सीमांदर स्वामी स्तुति व प्रेक्षाध्यान गीत से की गई। अध्यक्ष लता कोठारी ने सभी का स्वागत किया।
मुख्य वक्ता दीपिका नाहटा ने कार्याेत्सर्ग शब्द का अर्थ शरीर के ममत्व को त्यागना और कार्याेत्सर्ग (ध्यान) के बारे में समझाया कि पूरी जागरूकता के साथ शरीर को शिथिल करना। ध्यान से हमारी आत्मा के ऊपर जो आवरण आए हुए हैं। उन आवरण को हटाने का माध्यम है। कार्याेत्सर्ग के द्वारा आत्मा को समझने में मदद मिलती है एवं अचेतन मन तक पहुंचा जा सकता है। 30 मिनिट तक कार्याेत्सर्ग का बहुत ही अच्छे ढंग से प्रयोग कराया गया। धन्यवाद ज्ञापन मधु जीरावला ने किया।
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