अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद का प्रकल्प जैन संस्कार विधि, जीवन के प्रत्येक मांगलिक कार्य को संपादित करने का सबसे उत्तम माध्यम है। दिनांक 24 नवंबर, 2024, रविवार को जैन संस्कार विधि द्वारा श्री बिमल जी एवं सुनीता जी दोशी की 37वीं वैवाहिक वर्षगाँठ मनाई गई।
इस अवसर पर परिवार ने विभिन्न संकल्प लेकर संस्कारक व उपासक श्री पुष्पराज जी सुराणा को श्रद्धापूर्वक उपहार प्रस्तुत किया। परिवार की ओर से श्री बिमल जी दोशी ने सेवा राशि भी प्रदान की। उपस्थित श्रावक समाज के सदस्यों ने अपने जीवन में जैन धर्म के सिद्धांतों को अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में संस्कारक उपासक श्री पुष्पराज जी सुराणा की गरिमामयी उपस्थिति सभी के लिए प्रेरणादायक रही। यह आयोजन अत्यंत उत्साह और आध्यात्मिकता के साथ किया गया, जिसमें सभी ने आनंद लिया और जैन धर्म के मूल्यों को और गहराई से अपनाने का निश्चय किया।