प्रेक्षा फाउंडेशन सूरत टीम के द्वारा प्रेक्षाध्यान कल्याण वर्ष के अंतर्गत 11 नवम्बर, 2024 को दोपहर 2ः30 – 4.00 कॉन्फ्रेंस हॉल, महावीर समवसरण, संयम विहार, वेसू, सूरत में ‘प्रतिक्रिया विरति’ विषय पर कार्यशाला साध्वीवर्याश्री सम्बुद्धयशा जी के सान्निध्य में आयोजित की गई। साध्वीवर्या जी ने सुंदर कहानी के माध्यम से शुरुआत करते हुए कहा कि यह हमारे ही हाथ में है कि हम प्रतिक्रिया से बचकर दूसरे के हाथों की कठपुतली बनने से बचें।
साध्वी श्री विशालयशा जी ने बताया कि प्रेक्षाध्यान में अनुप्रेक्षा के प्रयोग द्वारा हम जीवन में रूपान्तरण कर सकते हैं। प्रतिक्रिया से बचने के अनेक उपायों की चर्चा भी की जैसे – मैत्री का विकास करें, प्रतिक्रिया करने से पहले एक pause लें, सामने वाले की स्थिति को समझने का भी प्रयास करें। अंत में उन्होंने अनुप्रेक्षा का प्रयोग भी करवाया।
सूरत में आचार्यप्रवर के चातुर्मास की अवधि में चातुर्मास स्थल पर यह छठी प्रेक्षाध्यान कार्यशाला आयोजित की गई। हर बार की तरह इस बार भी कार्यशाला में सभी सम्प्रदाय के 350 से 400 संभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। तेरापंथ महिला मंडल, सूरत का इस कार्यशाला के आयोजन में विशेष रूप से सहयोग प्राप्त हुआ।
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